बिहार में आसमान से आग बरस रही है जिससे राज्य मे गर्मी का कहर हर रोज बढ़ता जा रहा है पिछले तीन दिन से बढ़ती जा रही गर्मी का आलम ये है कि दोपहर में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुच चुका है। साथ ही 23 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही गर्म हवाओं से लोगो का हाल बेहाल हो चुका है।
भीषण गर्मी से बचने के लिए लोगों की भीड़ अब सत्तू और शर्बत की दुकानों पर लग रही है। जो लोग इस गर्मी की चपेट मे आ चुके है जिसकी वजह से जिले के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक, डायरिया, डिहाइड्रेशन आदि के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।.
इस गर्मी का शिकार आंगनवाड़ी केन्द्रो के छोटे छोटे बच्चो को भी झेलनी पड़ रही है। जिसकी वजह से शासन ने गर्मी के प्रकोप से बचाने के लिए केन्द्रो के समय मे बदलाव का आदेश जारी किया है जिससे इन बच्चो को गर्मी और लू की लपेट मे आने से बचाया जा सके।
राज्य के सभी जिलो मे आंगनबाडी केन्द्रों पर आने वाले छोटे छोटे बच्चों को गर्मी के बचाव के लिए शासन ने 30 अप्रैल तक आंगनबाडी केंद्रों के संचालन के समय में बदलाव करने के आदेश जारी किए है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पूरे सप्ताह अधिकतम तापमान 21-44 डिग्री के साथ भीषण गर्मी और लू चलने की संभावना है।
मौसम की मार से सबसे जल्दी छोटे बच्चे प्रभावित होते है विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस बढ़ती गर्मी की गर्मी की वजह से आंगनबाडी केंद्र के बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना ज्यादा है।
शासन द्वारा बच्चो को ध्यान में रखते हुए अगले आदेश तक आंगनबाडी केन्द्र का संचालन समय सुबह 7.30 से 11.30 बजे तक बढ़ा दिया गया है साथ ही हिदायत दी गयी है कि घर पर रहकर बच्चो को घर से बाहर न निकाले साथ ही घर पर बच्चो को गर्मी से बचाव के उपाय को भी अमल मे लाये।