आंगनवाडी को मिलने वाले स्मार्ट फोन के खास फीचर ,भाजपा का नेता बन जबरन लूटा आंगनवाडी का पोषाहार
आंगनवाडी न्यूज़
प्रयागराज बाल विकास एवं पुष्टहार मंत्री स्वाति सिंह ने सोमवार को सर्किट हाउस में प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। विभागीय मंत्री अफसरों से आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के बारे में तेवर चढ़ गये क्योंकि इन मंडलों में काम पिछड़ा मिला और उन्होंने सभी मंडलों से आए जिला कार्यक्रम अधिकारियों को फटकार लगाई। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता वाले काम में लापरवाही होने पर कार्रवाई की जाएगी अगली बैठक में अगर स्थिति में सुधार न हुआ तो हर जिलेवार कार्रवाई की जाएगी।
इन सभी मंडलों में कोरोना काल में जान गंवाने वाली कुछ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के परिजनों को अब तक योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा सका है। मंत्री स्वाति सिंह ने पूछा कि क्या अफसरों को यह भी नहीं मालूम था कि सरकार इसे लेकर गंभीर है। अगर सरकार ने सभी भुगतान समय से कराने के लिए कहा है तो फिर कागज बनने में विलंब क्यों हो रहा है। जो भी परेशानी हो अपने जिलाधिकारियों को अवगत कराएं। बड़ी समस्या है तो पत्र भेजें, लेकिन निर्देश और व्यवस्था के क्रम में काम करें। इसके लिए जरूरी है कि अफसर समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण करें जिससे सही जानकारी मिल सके
मंत्री के साथ बैठक में महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज कुमार राय भी शामिल थे। कार्यक्रम अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद जिला प्रोबेशन अफसरों की बैठक का नंबर था। बाल सेवा योजना के बारे में जानकारी लेने पर अफसर बहुत स्पष्ट नहीं बोल सके। इस पर सभी डीपीओ को कार्य प्रणाली सुधारने के लिए कहा गया। मंत्री ने कहा कि योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करें, जिससे अधिक से अधिक लोग योजनाओं का लाभ ले सकें। भवनों में साफ सफाई कराएं और किसी भी दशा से नियमित निरीक्षण करें
स्मार्टफोन के विशेष फीचर ,आखिर क्या है फोन की सच्चाई
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो का अब काम काज आसान तो होगा ही मगर अब उनके काम काज की गहराई से मानीटरिंग हो सकेगी। इसके लिए बाल विकास विभाग ने आंगनवाडी वर्करो को स्मार्ट फोन वितरण शुरू कर दिए है आईये जानते है कि इस स्मार्ट फोन में विशेष क्या है
इनमें पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन को इंस्टाल किया गया है। जिसमें केंद्र से संबंधित डाटा अपलोड कराने की प्रक्रिया आरंभ हो रही है। इस डाटा में कुपोषित बच्चों का ब्यौरा भी शामिल होगा। इससे आंगनबाड़ी कार्यक्त्रिस्रयों को काम करना आसान हो जाएगा। कितने बच्चे कुपोषित चिन्हित हैं और कितने एनआरसी में भर्ती हैं और किन बच्चों को एनआरसी में आने वाले दिनों में भेजा जाना है, इन सभी की जानकारी इसमें अपडेट होगी। इससे मॉनिटरिंग आसानी से होगी। इसका फायदा लाभार्थियों को मिलेगा। साथ ही डाटा में पारदर्शिता आएगी।
केंद्र पर वितरित पोषाहार का विवरण उसी दिन एप्लीकेशन में अपलोड किया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि कितने लाभार्थियों को पौष्टिक आहार वितरित हो गया और कितने लाभार्थी इससे छूटे हैं।
लाभार्थियों से केंद्र के संचालन का फीडबैक भी समय-समय पर लिया जाएगा। एप्लीकेशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री से लेकर लाभार्थी के फोन नंबर अपलोड किए जाएंगे आगामी दिनों में जब केंद्र पूरे हफ्ते संचालित होंगे तब बच्चों की हाजरी इसी एप्लीकेशन में भरी जाएगी
जिला मुख्यालय या फिर अन्य स्थानों पर रहकर केंद्रों का संचालन करना भी मुश्किल होगा। स्मार्ट फोन में जीपीएस सिस्टम होगा। इसके साथ ही हर गतिविधि के फोटो भी आंगनवाडी को अपलोड करने होंगे।
स्मार्ट फोन खोने की दशा में आंगनवाडी कार्यकत्री को उसकी धनराशि देनी होगी।। स्मार्ट फोन में कई अहम एप्लीकेशन हैं जिन्हें इनबैलेड नहीं किया जा सकता है। जिला मुख्यालय से ही पासवर्ड डालकर कार्यकत्री की लोकेशन पता की जा सकेगी।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को स्मार्ट फोन उनकी दैनिक गतिविधियों को बेहतर बनाने के साथ साथ विभाग के निर्देशों का सीधे प्रेषण संभव होगा।
गाजीपुर में नही थम रहा कुपोषण
गाजीपुर शासन की ओर से कुपोषणमुक्त करने के लिए नए-नए योजनाओं संचालित की जा रहीं है। इसके बाद भी गाजीपुर में कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की संख्या में कमी नहीं है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से बच्चों व धात्री महिलाओं को दाल-तेल व गेहूं चावल तक वितरण किया जा रहा है। पोषण को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं। इसके भी नौनिहाल कुपोषण से मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। सारी योजनाओं के बाद भी आज भी 0 से पांच वर्ष के करीब नौ हजार नौनिहाल अतिकुपोषित है, जबकि 38 हजार नौनिहाल कुपोषण के शिकार है। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत बंद चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के चलते बच्चों की समुचित तरीके से देखभाल भी नहीं हो पा रही है। वहीं पोषण पुर्नवास केंद्र पर भी अतिकुपोषित बच्चों का भी इलाज नहीं चल रहा है।
बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से मातृ- शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए कई वर्षों से आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से अति कुपोषित और कुपोषित बच्चों के अलावा गर्भवती-धात्री महिलाओं के देखभाल के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियमानुसार आंगनबाड़ी गर्भवती-धात्री महिलाओं के साथ ही साथ शून्य से छह साल के बच्चों को चिह्नित करने के साथ उनका वजन आदि करती है। वहीं महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने के लिए प्रेरित करती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कुपोषण मुक्त करने के लिए अभियान चलाए जा रहें है। कुपोषित बच्चों को प्रतिमाह पोषाहार वितरित किया जाता है। सीडीपीओ को अतिकुपोषित बच्चों को चिंहित कर पोषण पुर्नवास केंद्र पर इलाज कराने के लिए निर्देशित किया गया है।
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भाजपा का नेता बन जबरन लूटा आंगनवाडी का पोषाहार
उरई जनपद के कदौरा में पुष्टाहार वितरण के दौरान गांव के दबंग द्वारा जबरन पुष्टाहार उठा कर ले जाने का विरोध आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को महंगा पड़ गया। विरोध करने पर दबंग ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। कार्यकत्रियों ने पुलिस को तहरीर दी है।इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्रनाथ यादव ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है।
मंगलवार को थाना क्षेत्र के ग्राम इटौरा बावनी की आंगनवाड़ी कार्यकत्रिया प्रीति, कुंती व सुलोचना प्राथमिक विधायलय में पुष्टाहार का वितरण कर रही थी। तभी गाँव का ही दबंग युवक कामता कुशवाहा आया और जबरन पुष्टाहार की बोरिया उठा कर ले जाने लगा। कार्यकत्रियों के विरोध करने पर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दे कर भाग गया। मंगलवार को थाना क्षेत्र के ग्राम इटौरा बावनी में पुष्टाहार जबरन उठा ले जाने वाला युवक अपने आपको भाजपा नेता बताता है और अधिकारियों पर सत्ता पक्ष का दबाब बनाता है। इसको लेकर गांव में आक्रोश व्याप्त है।