गोण्डा आंगनवाडी केन्द्रों पर वितरण होने वाले पोषाहार को लेकर आये दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों व महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओ के बीच विवाद बना रहता है। यह विवाद आंगनवाडी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण में बनाये गये गये नियमो की खामी की वजह से है । आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों का कहना है कि महिला स्वयं सहायता समूह कार्यालय से उठाए गए राशन की पूरी मात्रा आंगनवाडी केन्द्रों तक नहीं पहुंचाती है। जबकि पावती रसीद में कार्यालय से पूरा राशन का उठान किया जा रहा है जिसके कारण केन्द्रों पर राशन कम पहुचता है राशन कम मिलने से केन्द्रों के लाभार्थियों में वितरण करने में बहुत समस्या होती है।
बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा बनाये गये राशन वितरण को लेकर नए नियम मे महिला स्वयं सहायता समूहों को पोषाहार का उठान बाल विकास परियोजनाओं से करना होता है उठान के बाद यह राशन आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाती है उसके बाद इस राशन का वितरण किया जाता है। इस पोषाहार ढुलाई व पैकिंग के बदले राज्य आजीविका मिशन द्वारा इन महिलाओ को धनराशि का भुगतान किया जाता है।
संयुक्त निदेशक बाल विकास सिराज अहमद द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करने पर पोषाहार के उठान वितरण में धांधली की शिकायत मिली थी। इस शिकायत के आधार पर उन्होंने डीपीओ को ऐसी शिकायतों के निस्तारण करने और दोषियों पर कड़ी कारवाई सुनिश्चित करवाने को कहा था। उसके बाद इटियाथोक ब्लॉक के आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करने पर भी उन्हें ऐसी ही शिकायत सुनने को मिली।
डीपीओ धर्मेन्द्र गौतम ने कहा है कि आवंटित अनाज को उठाने वाले समूह की महिलाये पूरा राशन आंगनवाडी केन्द्रों तक पहुंचाएजिससे आ रही अड़चन दूर हो सके। अगर कोई समूह की महिला ऐसा करने से मना करती है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी ।
राज्य में पांच वर्ष तक के बच्चो की गिनती होगी ,टीकाकरण में आएगी तेजी
लखनऊ यूपी में जल्द ही शून्य से पांच साल तक के बच्चों की गिनती की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेड काउंट सर्वे कराने जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी सीएमओ को इसके लिए आदेश जारी किया है। प्रदेश में खसरा और रूबेला के साथ ही नियमित टीकाकरण से बच्चो के स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जा सकेगा ।
उत्तप्रदेश में जनवरी, फरवरी और मार्च में विशेष टीकाकरण पखवाड़े आयोजित किए जाएंगे। कोरोना की वजह से कई राज्यों में खसरा और रूबेला के केस ज्यादा मिल रहे हैं। जिसमे यूपी देश में सबसे ऊपर है जिसमे बच्चो की स्थिति पर ज्यादा प्रभाव पडा है। कोरोना की वजह से सिर्फ खसरा और रूबेला के साथ साथ बच्चों का बाकी टीकाकरण भी तय समय पर नहीं हो रहा था । लेकिन अब इसमें सुधार करते हुए विशेष टीकाकरण अभियान चलाने का फैसला किया गया है।