जिलाधिकारी ने कराया दो साल की बेटी का आंगनवाड़ी मे एडमिशन
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प्रदेश की योगी सरकार ने आंगनवाड़ी केन्द्रो को गोद लेने के संबंध मे निर्देश जारी किए थे साथ ही राजनेताओ और आला अधिकारियों को गोद लेने और आंगनवाड़ी केन्द्रो की व्यवस्था की पूर्ण ज़िम्मेदारी संभालने को कहा था लेकिन अधिकाश माननीय और अधिकारियों ने इसकी कोई सुध नहीं ली।
बरेली जनपद डीएम रवींद्र कुमार ने अपनी दो साल की बेटी का एडमिशन कांधरपुर के आंगनबाड़ी केंद्र में कराया है। उनके इस कदम को लेकर हर तरफ सराहना की जा रही है। जबकि इसके विपरीत अधिकतर अधिकारी और माननीय अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भी पढ़ाने से परहेज करते हैं डीएम के निर्णय ने अभिभावकों के लिए बड़ा संदेश भी दिया है।
जिले के डीएम के बेटी के दखिला के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था में सुधार आने की भी उम्मीदे बढ़ गयी है। इसे कई मायनों मे देखा जा रहा है जंहा आंगनबाड़ी केंद्र और सरकारी प्राथमिक स्कूलों में अधिकारी और राजनेताओं का विश्वास और बढ़ेगा तो वही सरकारी शिक्षा व्यवस्था को निम्म स्तर बताने वाले प्राइवेट स्कूलो में मोटी फीस देने वाले अभिभावकों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी।
मिली जानकारी के अनुसार जिला अधिकारी रविंद्र कुमार का कुछ समय पूर्व ही बरेली जिले मे तबादला हुआ है इससे पहले ये रामपुर जिले के जिला अधिकारी थे। रामपुर जिले के विकास मे भी इनका बड़ा योगदान रहा था।
डीएम रविंद्र कुमार का कहना है कि बेटी ने आंगनबाड़ी केंद्र पर खेल-खेल में पढ़ना शुरू कर दिया है। बेटी के एडमिशन से कांधर प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र के स्टाफ का उत्साह भी काफी बढ़ा है।
बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे बहुत कुछ सीखते हैं। जब ये बच्चे घर के माहौल से बाहर निकलते हैं तो उनके सीखने की क्षमता बढ्ने के ज्यादा चांस होते है।