डीपीओ और सुपरवाइजर से परेशान आंगनवाड़ी ने दी आत्महत्या की धमकी
आंगनवाड़ी न्यूज
पीलीभीत जिले मे बरखेड़ा ब्लाॅक क्षेत्र के गांव महद खास के आंगनबाड़ी केंद्र पर नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री ज्ञानवती अपने ही विभाग के अधिकारियों के शोषण से परेशान होकर आत्महत्या के लिए मजबूर है।
आंगनवाड़ी का कहना है उन्होने इन अधिकारियों के खिलाफ कई बार शिकायत कर चुकी है लेकिन अभी तक आंगनवाड़ी को इंसाफ नहीं मिला है ।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री ज्ञानवती शर्मा ने जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में कहा है कि वह पिछले 18 वर्ष से आंगनवाड़ी कार्यकत्री के पद पर नियुक्त है। लेकिन उनकी मुख्य सेविका उन्हे पूरा राशन नहीं देती है साथ ही डीपीओ के साथ मिलकर लाखो रुपये का गबन किया जा रहा है। इसमे गाँव का प्रधान भी इस अवैध वसूली मे उनके साथ है।
आंगनवाड़ी ज्ञानवती ने जिला अधिकारी को दिये गए शिकायत पत्र मे जिला कार्यक्रम अधिकारी और क्षेत्र की सुपरवाइजर के खिलाफ शिकायत की विभाग से नौकरी निकालने की धमकी दी जा रही है। इसीलिए आंगनवाड़ी ज्ञानवती शर्मा ने इन दोनों अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कार्यवाही करने की मांग की है।
साथ ही आंगनवाड़ी ने कहा है कि अगर इन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है तो वो आत्महत्या कर लेंगी।
अब इस मामले मे जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। अगर जांच मे आंगनवाड़ी द्वारा लगाए गए आरोप सही पाये जाते हैं तो इसमें इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये प्रकरण बाल विकास विभाग के लिए कोई नया नही है । इस विभाग मे आंगनवाड़ी वर्करों के साथ अवैध वसूली, पैसा न देने पर नौकरी से निकालने की धमकी देना ये आम बात हो गई है। और ये सब जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर निदेशालय तक के अधिकारी सब जानते है।
लेकिन कोई अधिकारी इस मामले को लेकर बोलने के लिए तैयार नहीं है। अगर आंगनवाड़ी की माने तो इनका कहना है कि आंगनवाड़ी से वसूली का पैसा ऊपर तक जाता है इसीलिए कोई कुछ नही बोल सकता। इससे पहले भी पीलीभीत जिले में आंगनवाड़ी के साथ बहुत शोषण की घटनाएं हो चुकी है।
आंगनवाड़ी ज्ञानवती शर्मा द्वारा दिये गए बयान का वीडियो देखने के लिए क्लिक करे