पोषाहार को लेकर सीडीपीओ और ब्लॉक मिशन मैनेजर एनआरएलम आमने सामने
आंगनवाडी न्यूज़
हमीरपुर जनपद के डॉ.चंद्र भूषण की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जंस विभागों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन के कार्य में सरीला व मौदहा परियोजना की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए शत प्रतिशत कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन के कार्य में तेजी लाने तथा उन्हें नियमानुसार पोषाहार वितरण सुनिश्चित कराया जाए। जिससे कोई भी कुपोषित बच्चा योजना के लाभ से वंचित न रहे ।
जिलाधिकारी ने अधूरे पड़े आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने और सभी सीडीपीओ द्वारा गंभीर कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से एनआरसी में भर्ती कराये जाने के निर्देश दिए । डीएम ने कहा कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका बनवाया जाए। प्रत्येक माह सभी परियोजनाओं पर न्यूनतम 10-10 पोषण वाटिका अनिवार्य रूप से बनवाई जाए। और जनपद की विभिन्न गौशालाओं की दुधारू गायों को कुपोषित बच्चों के परिवारों को सहभागिता योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाए।
ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस पर अनुपस्थित रहने पर 20 आंगनवाडी को नोटिस जारी
सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा क्षेत्र में 25 व 29 मई को आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के दौरान सत्र स्थल पर अनुपस्थित रहने पर खुनियांव ब्लॉक की 20 आंगनबाड़ी वर्करों को नोटिस जारी किया गया है। जांच में स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षण रिपोर्ट आने पर सीडीपीओ अरशद ने संबंधित आंगनबाड़ी के मानदेय को रोकते हुए स्पष्टीकरण जारी किया है और इन 20 आंगनवाडी वर्करो से दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है।
सीडीपीओ ने बताया कि 25 मई को सेखुइया खुर्द, बनकटा पश्चिम, बिड़रा व 29 मई को बभनी माफी, संदलजोत, रिसिया मय कोहल, मझारी मय कोहल, देवभरिया, बनकटा पूर्वी, महुआ खुर्द और गैंसड़ा गांव में ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि इस आयोजन में आंगनबाड़ी वर्कर चन्द्रा देवी, मंजू देवी, राजमती, अनुराधा त्रिपाठी, कपूरमती, बटुना देवी, सुमित्रा, कैलाशमती, चन्द्रामूर्ति, मधुबाला, गायत्री देवी, मीना देवी, ऊषा देवी, कुसुम, कुसुमलता, किरन बाला, प्रिया चौधरी, वन्दना पाठक, गुन्जेश्वरी सिंह, संजू देवी अनुपस्थित रहीं थी । जिसके कारण लाभार्थियों के टीकाकरण आदि कार्यो में समस्या उत्पन्न हुई है। आंगनवाडी की अनुपस्थिति को लेकर मानेदय बाधित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन सभी से दो दिनों के अंदर साक्ष्यों के साथ माँगा गया है जवाब न देने वाली आंगनबाड़ी वर्करों पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। सीडीपीओ ने कहा कि विभागीय कार्यों में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीडीपीओ और ब्लॉक मिशन मैनेजर एनआरएलम के बीच आरोप-प्रत्यारोप
लखीमपुर जनपद में राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में महिला उत्पीड़न मामलों की सुनवाई करने पहुंची थी। इस सुनवाई में 14 महिलाओं ने अपनी समस्याएं बताई। सुनवाई के दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी बेहजम और ब्लॉक मिशन मैनेजर एनआरएलम के बीच पोषाहार को लेकर चल रहा मुद्दा काफी गर्म रहा। अलग अलग विभाग के दोनो पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। इस बैठक में डीसी एनआरएलएम भी मौजूद रहे थे ।
शासन के निर्देश के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वितरित किये जाने वाले पोषाहार को समूह की महिलाएं आंगनवाडी केन्द्रों तक पहुंचाती हैं। लगभग एक सप्ताह पहले पोषाहार पहुंचाने, रिसीव कराने के मामले में बेहजम ब्लॉक की सुपरवाइजर व समूह की महिलाओं के बीच विवाद हो गया था यह विवाद इतना बढ़ा था स्थानीय क्षेत्र की पुलिस को आना पडा । बैठक में दोनों पक्षों में एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चलता रहा। जब यह मामला राज्य महिला आयोग तक पहुंचा तो बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने दोनो पक्षों को बुलाया और काफी देर तक दोनों पक्षों की बातों को सुना गया । सुनवाई के समय सीओ सदर, डीपीओ संजय कुमार निगम भी मौजूद थे।