आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पंजीकृत बच्चो को प्री प्राइमरी के तहत देने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों मे बदलाव किये जा रहे है। शासन के निर्देश पर जिले में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रुप में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण मे चिन्हित किये गए आंगनवाड़ी केंद्रों को कायाकल्प के तहत निर्धारित18 पैरामीटर से लैस किया जाएगा। विकास खंडों में से पांच-पांच आंगनबाड़ी केंद्र
देवरिया जिले में संचालित कुल 3243 आंगनबाड़ी केन्द्रो पर 3 से 6 वर्ष के कुल 1.27 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। बाल विकास विभाग के निर्देश पर जनपद के हर विकास खण्ड में पहले चरण में कुल 16 आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित कर दिया गया है।
अब दूसरे चरण में शासन के निर्देश पर जिले के सभी सोलह विकास खंडों में से हर विकास खंड से पांच पांच आंगनबाड़ी केंद्रों को कुल 80 केन्द्रो को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जाना है।इन लर्निंग लैब को तैयार करने मे ग्राम पंचायतों की ग्राम निधि के साथ साथ बाल विकास विभाग भी सहयोग करेगा।
लर्निंग लैब के निर्धारित 18 पैरामीटर
- स्वच्छ पेयजल
- ओवरहेड के साथ नल-जल की व्यवस्था
- शौचालयों व मूत्रालयों में निरन्तर नल व जल की व्यवस्था
- बच्चों के लिए बाल मैत्रीक शौचालय
- महिलाओं के लिए शौचालय
- टाइल्स युक्त शौचालय एवं मूत्रालय
- दिव्यांग मैत्रीक शौचालय
- ब्लैक बोर्ड ग्रीन बोर्ड भवन की रंगाई पुताई व वाल पेंटिंग से सुसज्जित सहित अन्य पैरामीटर
इसके साथ साथ जिले में नवसृजित हुई कुल छ: नगर पंचायत में कुल 26 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इनमे बैतालपुर नगर पंचायत में 1, भलुअनी में 3, हेतिमपुर में 1, पथरदेवा में 5 व तरकुलवा नगर पंचायत में पांच आंगनबाड़ी केंद्र और मदनपुर नगर पंचायत में सर्वाधिक 11 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकांत राय ने बताया कि शासन से जिले की छ: नई नगर पंचायतों के लिए कुल 26 आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की स्वीकृति मिल गई है। इन केन्द्रो को बनाने के लिए साढ़े सात सौ स्क्वायर फीट जमीन की तलाश की जा रही है।