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लखनऊः कई आरोपों से घिरे डीपीओ सेराज अहमद पर शासन की नजर इस कदर मेहरवान है कि इतने अधिक आरोप लगे होने के बाबजूद शासन ने इन्हें राज्य पोषण मिशन में संयुक्त परियोजना समन्वयक (जेपीसी) वना दिया है। अवगत हो कि यह वही डीपीओ हैं, जिनकी वलिया में तैनाती के दौरान, पोषाहार योजनाओं का काम इस कदर प्रभावित हुआ था कि डीएम ने निदेशालय में इनके स्थान पर किसी और को तैनात किए जाने की मांग की थी। और जिला अधिकारी ही नहीं, सीडीओ ने इन्हें स्वेच्छाचारी और शासकीय कार्यों के प्रति लापरवाह वताया था लेकिन शासन ने सेराज अहमद को जेपीसी के पद पर तैनात कर दिया गया है। सेराज अहमद को जेपीसी के पद पर तैनाती के साथ साथ कोविड-19 से मृत कर्मचारियों के दावों के निरीक्षण और उनके समस्त भुगतान की जिम्मेदारी भी दी गई है। इस पदोन्नति के साथ अव विभाग में ही सवाल उठने लगे हैं कि जिस पर तैनातियों के दौरान इतने गंभीर आरोप लगे हों, उनकी जांच के वजाए इस तरह के महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी कैसे दी गयी है । सूत्रों के अनुसार जेपीसी पद पर उनकी तैनाती में भी शासन के नियमों का पालन नहीं किया गया है। अन्दर के सूत्रों की माने तो सेराज के खिलाफ चल रही जांचों की वजह से लिफाफा वंद है तो आखिर उन्हें पद कैसे दिया जा सकता है? अगर निदेशालय में स्टाफ की कमी ही थी तो उन्हें अटैच किया जा सकता था। इसके अलावा जेपीसी के पद पर डेप्युटेशन के लिए कई आवेदन 2019 में आए थे। लेकिन शासन ने उनपर विचार करने के बजाए सीधे तौर पर सेराज अहमद के पक्ष में आदेश जारी कर दिया। साथ ही राज्य पोषण निदेशालय में जेपीसी वनाने के पहले उनकी पिछली तैनाती के ट्रैक रेकॉर्ड को भी नहीं देखा गया।
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सेराज अहमद का आरोपों से है गहरा नाता
जनपद बलिया में सेराज अहमद के डीपीओ के पद पर तैनाती से पहले लखनऊ में भी जिला कार्यक्रम अधिकारी थे। तब भी उनके ऊपर सबसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समायोजन के गंभीर आरोप लगे थे। सेराज के यहां से स्थानांतरित होने के बाद नए तैनात हुए डीपीओ ने सीडीओ को इस संदर्भ में आख्या भी दी थी, जिसमें कहा था कि सेराज अहमद ने इन समायोजनों के लिए न तो सीडीओ और न ही डीएम से अनुमति ली गई। और इसके अलावा समायोजन के संदर्भ में दी गई व्यवस्था का भी पालन नहीं किया गया। सीडीओ ने इस जांच आख्या के आधार पर प्रकरण निदेशालय को संदर्भित कर दिया था, लेकिन इस मामले में आज तक कोई कार्रवाई न करते हुए सेराज अहमद को महत्वपूर्ण पदोन्नत कर दिया