आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चो की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रशासन ने सख्ती करने का फैसला लिया है। अब जिला प्रशासन रोजाना आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चो की समीक्षा करेगा। इसके लिए सभी परियोजना अधिकारो को निर्देश दिये गए है।
जनपद प्रतापगढ़ मे आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चो की संख्या के सापेक्ष उपस्थित बच्चो की संख्या मे काफी अंतर पाया गया है। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी ने आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चो की उपस्थिति के संबंध में आदेश जारी किया है। इस आदेशानुसार जिले के सभी केंद्रों पर नियमित निरीक्षण किया जायेगा।
जिले में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चो को शिक्षा दी जाती है केंद्रों पर साथ ही पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद व अन्य गतिविधियों से बच्चो का मानसिक और बौद्धिक विकास भी होता है।लेकिन बच्चो की आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपस्थिति बहुत कम हो रही है बच्चे सिर्फ पोषाहार देने के लिए नही बल्कि उनकी शिक्षा देने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। बच्चो की शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
आंगनवाड़ी केन्द्रो पर बच्चो की उपस्थिती कम होने के कारण मुख्य विकास अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की है जिसके कारण मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशानुसार आंगनवाड़ी केंद्रों पर रोजाना निरीक्षण किया जायेगा। इसके लिए जिले के सभी सीडीपीओ को निर्देश दिए गए है।आंगनवाड़ी केंद्रों के खुलने से लेकर बंद होने तक की समीक्षा की जायेगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जारी आदेशानुसार आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चो की संख्या के सापेक्ष 60 प्रतिशत बच्चो की उपस्थिति होना अनिवार्य होगा। सीडीपीओ द्वारा प्रतिदिन निरीक्षण कराया जायेगा। जिसकी रिपोर्ट रोजाना मुख्य विकास अधिकारी को भेजी जाएगी।