आंगनवाड़ी वर्करों को प्रोत्साहन राशि से न रखा जाए वंचित
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की निदेशक सरन जीत ब्रॉका ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिका को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के सम्बन्ध में आदेश जारी है उनका कहना है की पोषण ट्रेकर पोर्टल पर आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा लाभार्थियों की फीडिंग का ब्यौरा अगस्त माह तक पूर्ण किया सुनिश्चित किया जाए
प्रोत्साहन राशि के सम्बन्ध मे आदेश पढ़ने के लिए क्लिक करे
अवगत हो कि शासन के आदेश पर पोषण मिशन अभियान के अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं को आंगनवाड़ी केंद्रों की गतिविधियों को पूर्ण करने पर प्रोत्साहन राशि दी जाती है इसमें पोषण अभियान विभाग द्वारा मानक बनाए गए है इन मानकों को सुपरवाइजर की निगरानी मे सीडीपीओ द्वारा सत्यापन किया जाता है इसके बाद डीपीओ के अनुमोदन के बाद इन वर्करों को मासिक प्रोत्साहन राशि दी जाती है
निदेशक महोदया ने सभी जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि अगस्त माह की पोषण ट्रेकर फीडिंग को 15 दिन में अवश्य पूरा कर ले अगर पोषण ट्रेकर फीडिंग न होने पर आंगनवाड़ी वर्कर प्रोत्साहन राशि से वंचित रहती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी सीडीपीओ की होगी
पोषण ट्रेकर पर फीडिंग द्वारा पीएलआई कैसे मिलती है ??
- आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा अपने फोन पर पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड किया जाता है
- पोषण ट्रेकर एप में आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों का डाटा फीड किया जाता है
- आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा पंजीकृत लाभार्थियों का हर माह वजन लिया जाता है वजन लिए गए बच्चो की कुल संख्या के सापेक्ष 80% होनी चाहिए
- इन बच्चो में 0 से 6 वर्ष तक के बच्चे शामिल होते है जिनमे सेम, मेम की श्रेणी के बच्चे, उम्र के अनुसार कम वजन के बच्चे का वजन मापन किया जाता है
- आंगनवाड़ी केंद्र संचालन के बाद कार्यकत्री द्वारा गर्भवती और धात्री महिलाओ के घर होम विजिट किया जाना साथ ही 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चो के घर होम विजिट शेड्यूल के अनुसार होम विजिट करना
- आंगनवाड़ी सहायिका द्वारा एक माह मे कम से कम 21 दिन आंगनवाड़ी केंद्र खोलने पर 250 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है