आंगनवाडी और आशा को दी जाएंगी एक एक गाय
आंगनवाडी न्यूज़
हमीरपुर जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जंस विभागों की मासिक समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ.चंद्र भूषण ने कहा कि कुपोषण को समाप्त करने के लिए माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाए और कुपोषित बच्चों का चिन्हित किया जाए
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नए कुपोषित बच्चों का चिन्हित किया जाए। कुपोषित परिवारों को ड्राई राशन किट का समय समय पर वितरण किया जाए। कुपोषित परिवारों को वितरित किए जाने वाले ड्राई राशन अच्छी गुणवत्ता के होने चाहिए। शिशुओ में कुपोषण न हो इसके लिए उसे छह माह तक केवल मां का दूध ही पिलाया जाए। जच्चा-बच्चा पूर्णतया स्वस्थ रहें इस पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाए। कम वजन के बच्चों को एनआरसी में भर्ती कर इलाज कराया जाए। जनपद के लाल श्रेणी के बच्चों को पीले श्रेणी में तथा पीली श्रेणी के बच्चों को हरे श्रेणी में लाने का कार्य किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधूरे पड़े आंगनबाड़ी केंद्रों का अगली बैठक से पूर्व अनिवार्य रूप से निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया जाए। जिसमें निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों को अभियान चलाकर शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए गए। पोषण समिति की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं। सभी सीडीपीओ द्वारा गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करवाया जाए। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका बनवाया जाए। प्रत्येक माह सभी परियोजनाओं पर न्यूनतम 10-10 पोषण वाटिका बनवाई जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद से जच्चा बच्चा के कुपोषण का पूर्णतया उन्मूलन किया जाए। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाए। कुपोषण को समाप्त करने के लिए माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किया जाए तथा घर-घर जाकर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक किया जाए।उन्हें मौसमी फल सब्जियां का सेवन करने, अपनी स्वास्थ्य जांच कराने, समय-समय पर दवाएं लेने एवं टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित करें।
डीएम ने जनपद की विभिन्न गोशालाओं की दुधारू गायों को कुपोषित बच्चों के स्वजन को सहभागिता योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाए तथा नियमित रूप से उनका सत्यापन कर प्रत्येक माह उसका मानदेय का भुगतान किया जाए।
महोबा जिला स्तरीय कन्वर्जेन्स कमेटी की बैठक में पोषण पखवाड़ा , वजन सूचना, वाटिका सूचना, सामुदायिक सूचना, पोषण वाटिका आदि की समीक्षा की गई।समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 176 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। 4 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य चल रहा है। मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केेंद्रों के भवन की गुणवत्ता की जांच करने के बाद हैंडओवर की कार्रवाई की जाए। पानी, लाइट, दरवाजा, शीशा, शौचालय आदि की गुणवत्ता की परख अवश्य की जाए। केन्द्रों पर सोलर पैनल, सोलर लाइट लगाये जाएं। जिस आंगनवाडी केंद्र के नजदीक 08-09 आंगनबाड़ी केंद्र हों वहां पर पोषण वाटिका पार्क का निर्माण कराया जाये ।
जिलाधिकारी मनोज कुमार ने पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जिले भर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशाओं को एक -एक गाय देने के निर्देश दिए है। आंगनबाड़ी केंद्रों में मीनू के आधार पर केला सोयाबीन, को शामिल किए जाने के निर्देश दिए। जिलास्तरीय कन्वर्जेस कमेटी की बैठक में ड्राई फूड राशन, आंगबाड़ी केंद्र निर्माण प्रगति, आधारभूत सुविधा का विवरण, पोषण पखवाड़ा वजन सूचना, पोषण वाटिका सूचना, सामुदायिक आधारित गतिविधियों आदि बिंदुओं की समीक्षा की।