इस समय मई माह में गर्मी अपने चरम सीमा पर है देश में अधिकतर राज्य भीषण लू की चपेट में है जिसमे उत्तरप्रदेश के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर चल रहा है।
लेकिन अभी भी प्राथमिक स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों छोटे छोटे बच्चे स्कूल जाने के लिए मजबूर है।इन आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चो और आंगनवाड़ी वर्करों के लिए बाल विकास विभाग ने कोई आदेश जारी नही किया है। अब ऐसी स्थिति में किसी बच्चे या आंगनवाड़ी के साथ मौसम की मार पड़ती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
अमरोहा जनपद में भीषण गर्मी को देखते हुए एक संघठन आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका वेलफेयर एसोसिएशन ने ग्रीष्म कालीन अवकाश की मांग को लेकर एस डीएम को ज्ञापन दिया है।
संघठन की जिलाध्यक्ष सत्यबाला चौधरी के नेतृत्व में बृहस्पतिवार को संघठन से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं ने कलक्ट्रेट पहुंच कर एसडीएम विभा श्रीवास्तव से मिलकर डीएम को संबोधित एक ज्ञापन दिया है।
संघठन का कहना है कि प्रदेश इस समय भीषण गर्मी चपेट मे है। लेकिन अभी भी केंद्रो के बच्चे स्कूल आ रहे है जिससे ये बच्चे हीट वेव तथा डायरिया की चपेट में आ सकते हैं।
जबकि शिक्षा विभाग द्वारा बीस मई से आंगनबाड़ी केंद्राें के संचालन वाले बेसिक स्कूलों में भी अवकाश करने के आदेश हो रहे है । इसके साथ ही इंटर कॉलेजों और डिग्री कॉलेजों में भी ग्रीष्म कालीन अवकाश हो जाएगा।
लेकिन अभी तक इस भीषण गर्मी में आंगनवाड़ी केंद्रों के तीन से छह वर्ष के बच्चे के लिए कोई आदेश जारी नही हुए है । इस संबंध में जिला अध्यक्ष ने ज्ञापन देते हुए जिला प्रशासन से इन छोटे बच्चो के लिए एक माह का ग्रीष्मकालीन अवकाश किए जाने की मांग की है।