किराए और चार्ज वाले आंगनवाड़ी केन्द्रो मे गर्म भोजन देना बड़ी समस्या
हॉटकुकड योजना
उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा चलायी गयी हॉटकुक्ड योजना को लागू कर दिया गया है लेकिन अभी भी दिशा निर्देश की सही जानकारी का अभाव होने के कारण बच्चो को गर्म भोजन देने व परोसने आदि समस्याओ को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है।
पीलीभीत जनपद में 1960 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैँ, जिसमे 1549 आंगनबाड़ी केंद्रों में हॉटकुक्ड योजना से बच्चों को गर्म खाना देने की शुरुवात हो गयी है। शासन द्वारा जारी निर्देश के अनुसार प्रथम चरण में परिषदीय स्कूल कैंपस के साथ दो सौ मीटर दायरे के आंगनबाड़ी केंद्र लिए गए हैं। जबकि कुछ समय बाद नगर क्षेत्र मे चल रहे केन्द्रो पर ये योजना लागू होगी।
जिले मे चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगभग एक लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। गन्ना विकास राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार द्वारा जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों के लिए हॉटकुक्ड योजना का शुभारंभ किया गया था। इसके लिए प्रथम चरण में जनपद के 1549 आंगनबाड़ी केंद्रों के 42000 बच्चों को हॉटकुक्ड योजना का लाभ दिया जा रहा है। जबकि जल्द ही आने वाले समय में बाकी बचे केन्द्रो के बच्चो को भी इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
जिले के डीपीओ युगल किशोर सांगुड़ी का कहना है कि परिषदीय स्कूल मे चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को हॉटकुक्ड योजना के तहत स्कूल की रसोई में भोजन बनवाकर बच्चों को खिलाया जाता है। इसके लिए 3.75 पैसे की कन्वर्जन कास्ट विभाग द्वारा दी जा रही हैं। जल्दी ही आने वाले समय में बाकी बचे शेष आंगनवाड़ी के बच्चों को भी भोजन दिया जाएगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश
शाहजहांपुर जिले के डीएम ने बैठक कर आंगनबाड़ी केन्द्रों में हॉट कुक्ड मील योजना के क्रियान्वयन के लिए डीपीओ के साथ बैठक की है। इस बैठक मे उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को हॉट कुक्ड मील योजना के मीनू के अनुसार भोजन देने के लिए विशेष तैयारी करने को कहा है साथ ही पंचायत राज विभाग एवं नगरीय निकाय को बर्तन आदि संसाधन की आवश्यकता वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है।
लेकिन अभी भी शहरी क्षेत्रो मे चल रहे आंगनवाड़ी केन्द्रो और जो केंद्र चार्ज पर चल रहे है उनके संबंध मे स्थिति स्पस्ट नहीं की गयी है शहरी क्षेत्रो मे जो आंगनवाड़ी केंद्र किराए के भवनो मे संचालित किए जा रहे है उन केन्द्रो पर बच्चो के लिए गर्म भोजन की व्यवस्था कहा से की जाएगी या जो आंगनवाड़ी केंद्र चार्ज पर चल रहे है उन केन्द्रो के बच्चो को गर्म भोजन की व्यवस्था कैसे की जाएगी क्योंकि जो कार्यकत्री चार्ज पर केंद्र चला रही है क्या उसके बैंक खाते मे दो केन्द्रो की धनराशि भेजी जाएगी
किराए और चार्ज वाले केन्द्रो की स्थिति बहुत खराब है जबकि शासन द्वारा इस संबंध मे स्पस्ट दिशा निर्देश नहीं है ऐसे केन्द्रो पर भोजन सामाग्री को बनाने की व्यवस्था कहा से की जाएगी? अधिकांश मुख्य सेविका के पास भी इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है। अगर किराए के केन्द्रो के आसपास कोई स्कूल नहीं है तो उन केन्द्रो पर गर्म भोजन कहा से आएगा। और अगर इन केन्द्रो पर सहायिका द्वारा गर्म भोजन को तैयार किया जाता है तो भोजन सामाग्री और बनाने के लिए बर्तनो व्यवस्था कैसे की जाएगी?
जिलाधिकारी ने डीपीओ अरविन्द रस्तोगी को ग्राम पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में भोजन बनाने में आवशयक संसाधन व सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविन्द रस्तोगी ने अनुपूरक पुष्टाहार योजना के अन्तर्गत हॉट कुक्ड मील योजना के लिए माह नवम्बर तथा दिसम्बर के लिए गेहूं तथा फोर्टिफाइड चावल का आवंटन जारी करने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को पत्र लिखकर कोटेदार को उपलब्ध कराने को कहा।