कुपोषित बच्चो को दी जाने वाली गाय के लिए मिलेंगे 900 रुपए ,आंगनवाडी के साथ मारपीट के मामले मे पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आंगनवाडी न्यूज़
गाजीपुर उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा पोषण अभियान के तहत अतिकुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए निरंतर योजनाएं संचालित की जा रही है। इसी क्रम में अब पशु विभाग की ओर से सहभागिता योजना के तहत अतिकुपोषित बच्चों के परिजनों को गाय दी जाएगी । इसी गाय के दूध से कुपोषित बच्चो को सुपोषित किया जायेगा इसके लिए दी जाने वाली गाय के भरण पोषण के लिए शासन की तरफ से प्रति माह नौ सौ रूपया भी दिया जायेगा।
विभाग के अनुसार गाय के दूध में पौष्टिकता ज्यादा होती है जिसकी वजह से यह दूध कुपोषित बच्चो के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। साथ ही गाय के दूध का सेवन करने से अन्य बीमारी भी दूर होती हैं। अगर कुपोषित बच्चों को नियमित गाय का दूध पिलाया जाता है तो उस बच्चे का कुपोषण जल्द दूर होने की सम्भावना बढ जाती है । इसीलिए शासन के निर्देश पर अति कुपोषित बच्चों के परिजनों को पशु विभाग की ओर से गोशाला से गाय नि:शुल्क दी जाएगी। साथ ही गाय के भरण पोषण के लिए विभाग की तरफ से परिजनों को प्रतिमाह 900 रुपये भी दिया जाएगा।
बाल विकास विभाग की तरफ से अतिकुपोषित बच्चों की सूची पशुचिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध करवा दी गई है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी शिव कुमार का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में जितने भी अतिकुपोषित बच्चे पंजीकृत है उनमे चयन करके इन बच्चे के परिवार के सदस्य को गोशाला केंद्र पर जाकर दुधारू मनपसंद गाय दी जाएगी । गाय लेने वाले परिजन अपने ब्लाक पर जाकर बीडीओ व पशु चिकित्सक से संपर्क कर बैंक पासबुक, आधार कार्ड देकर दुधारू गाय ले सकते है। गाय लेने के बाद भरण पोषण के लिए परिजनों के बैंक खाते में 900 रुपये प्रति माह भेज दिया जाएगा।
गर्भवती आंगनवाडी के साथ मारपीट के मामले मे पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मथुरा जनपद में पार्षद द्वारा आंगनवाडी कार्यकत्री नीरज पर मारपीट के मामले में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर कमलेश ने वार्ड 32 के पार्षद चंदन आहुजा पर अन्य कई गंभीर आरोप के साथ मारपीट का मामला दर्ज करवाया है। जबकि पार्षद चंदन आहुजा ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा को ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि आंगनवाडी द्वारा लगाये गये आरोप झूठे हैं।
कृष्णानगर के वार्ड 32 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नीरज अग्रवाल और सुपरवाइजर कमलेश पर पुष्टाहार वितरण में धांधली के
आरोप हैं। पार्षद का कहना है कि लाभार्थियों को पोषाहार की मात्र कम दी जा रही है जबकि आंगनवाडी वर्कर का कहना है कि लाभार्थियों की संख्या के अनुसार राशन कम आता है इसीलिए हमे सभी लाभार्थियों को राशन देना पड़ता है इस बात पर पार्षद ने नाराजगी जाहिर करते हुए गर्भवती आंगनवाडी को अपशब्द कहे और मारपीट शुरू कर दी । आंगनवाडी की शिकायत के आधार पर इस मामले में जांच समिति गठित को गई थी।
जबकि सुपरवाइजर कमलेश ने पार्षद द्वारा कहे गये शब्दों को गलत बताते हुए अरोप लगाया कि पार्षद ने गर्भवती आंगनवाडी के साथ उसके साथ मारपीट की जौर धक्का भी दिया जिसकी वजह से नीरज को काफी परेशानी हो रही है। सुपरवाइजर कमलेश कुछ आंगनबाड़ी वर्करो को लेकर डीएम को प्रार्थना पत्र दिया । जिलाधिकारी के आदेश पर पार्षद और उनके नौकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शहर कोतवाल विजय कुमार सिंह ने बताया कि पार्षद द्वारा मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नियमानुसार जांच करकेक़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।