गाजियाबाद न्यूज : 212 पदो पर आंगनवाड़ी भर्ती प्रक्रिया,तीन नए केंद्र बनेंगे
आंगनवाड़ी न्यूज
गाजियाबाद जिले की जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय का कहना है कि जिले मे तीन नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जा रहा है। इन तीनों आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण टाटा स्टील कंपनी द्वारा कराया जाएगा। जिले के बम्हेटा, भोवापुर और सिहानी के सरकारी स्कूलों में नए आंगनवाड़ी केंद्र बनाए जाएंगे।
वर्तमान समय मे जिले में 1371 आगनबाड़ी केन्द्रो का संचालन किया जा रहा है जिसमें 1040 आगनबाड़ी केन्द्रो पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिका नियुक्त है। तीन नए केन्द्रो के निर्माण के बाद दिवाली तक आगनबाड़ी केंद्रों की कुल संख्या में तीन नए केद्र मे बढ़ोत्तरी हो जाएगी।
डीपीओ ने बताया कि जिले मे 212 आगनबाड़ी के पदो पर आवेदन लिए जा चुके है इस संबंध मे भर्ती प्रक्रिया चल रही है। लोकसभा चुनाव के कारण भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगी हुई थी अब शासन के आदेश पर कुछ महीनों में रिक्त पदो पर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके साथ साथ जुलाई महीने में रजापुर ब्लॉक के मोरटी गांव में एक आंगनवाड़ी केंद्र पर संचालन शुरू हो चुका है।
देखा जाए तो जिले में चल रहे कुल आंगनवाड़ी केंद्रो की तुलना में आगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका की संख्या कम है। पिछले कुछ समय से आंगनवाड़ी वर्करो के रिटायर होने व मृत होने के साथ साथ कुछ कार्यकत्री के पदोन्नत होने से वर्करो की संख्या काफी घट चुकी है।
जिसके कारण वर्तमान समय मे 1371वर्करो के सापेक्ष मात्र 1040 आगनबाड़ी वर्कर ही कार्यरत है। कई महीनों से आगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया रुकने के कारण आंगनवाड़ी केन्द्रो पर लाभार्थियो को मिलने वाली सुविधाओ से वंचित होना पड़ रहा है। अगर जिले मे 212 आगनबाड़ी वर्करो की नयी नियुक्ति होती है तो इससे अन्य केन्द्रो प्रभार लेने वाली वर्करो पर बोझ भी कम हो जाएगा।
अनुमान लगाया जा रहा है कि दीवाली तक तीनों आंगनबाड़ी केंद्रो का निर्माण हो जाएगा। टाटा स्टील निर्माण करके तीनों केंद्रों को प्रशासन के हेंडओवर कर देगा।
इसके बाद प्रशासन द्वारा बाकी कार्यवाही पूर्ण कराकर डीपीओ को सौप दिया जायेगा। इन तीन नए आंगनवाड़ी केंद्रो के संचालन से क्षेत्र के हजारों लोगों को बाल विकास विभाग की योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
अवगत हो कि आगनबाड़ी केन्द्रो पर 0 से 6 वर्ष तक के बच्चो का टीकाकरन से लेकर शिक्षा और कुपोषण दूर करने के लिए पोषाहार दिया जाता है। इसके लिए आगनबाड़ी केन्द्रो पर स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और बाल विकास विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओ का संचालन किया जाता है। महिलाओ और बच्चों को लगने वाले सभी प्रकार के टीके और 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को प्री प्राईमरी की पढ़ाई का जिम्मा आंगनवाड़ी वर्करो पर होता है।
इससे पहले भी जिले में टाटा स्टील की तरफ से अभी तक पांच आगनबाड़ी केंद्रों को निर्माण कार्य किया जा चुका है। टाटा स्टील कंपनी ने जिला प्रशासन के साथ प्रत्येक वर्ष जिले में चार आंगनवाड़ी केंद्र बनाने का करार किया है। जिला प्रशासन की तरफ से टाटा स्टील को जमीन मुहैया करवाई जाएगी। उसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य टाटा स्टील करेगा।