ग्रेडिंग सिस्टम के आधार पर आंगनवाड़ी को मिलेगी स्किल ट्रेनिंग
आंगनवाड़ी न्यूज
मध्यप्रदेश सरकार बाल विकास विभाग की लगभग 1.70 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओ को अब प्रोफेशनल ट्रेनिंग देगी। बनने की राह पर चलेंगी। शासन स्तर पर आंगनवाड़ी वर्करो का स्किल बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दिलाने की योजना पर काम चल रहा है।
वर्तमान समय मे राज्य में लगभग 97,000 आंगनवाड़ी केंद्र संचालिता किए जा रहे हैं। बाल विकास विभाग द्वारा चलायी जाने वाली इस योजना के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्रों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर A, A+, B, B+ आदि की ग्रेडिंग दी जाएगी।
इस योजना के अनुसार अधिक कुशलता वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकत्री और सहायिकाओं को ट्रेंनिग दी जाएगी। विभाग द्वारा इस योजना का उद्देश्य आंगनवाड़ी वर्करो की कुशलता को बढ़ावा देना है। आंगनवाड़ी वर्करो को ट्रेनिंग साल भर लगातार चलती रहेगी। जिन केन्द्रो पर वर्करो की कार्यक्षमता कम मिलेगी उन केन्द्रो पर विभाग द्वारा ट्रेनिंग पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा ।
राज्य मे चल रहे 97000 आंगनवाड़ी केन्द्रो पर हर आंगनवाड़ी केंद्र एक आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिका की नियुक्ति होती हैं। अधिकतर आंगनवाड़ी केन्द्रो के साथ साथ मिनी आंगनवाड़ी केंद्र भी होते हैं। इन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर उसी क्षेत्र की महिला निवासी इन केन्द्रो पर नियुक्त होती है। इसीलिए सरकार इन केन्द्रो की महिलाओ को प्रोफेशनल ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है।
विभाग द्वारा इस प्रोफेशनल ट्रेनिंग में मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, बाल विकास, सक्षम आंगनवाड़ी जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रम मे ध्यान दिया जाएगा। साथ ही केन्द्रो पर बच्चो के शुरुवाती वर्षो मे देखभाल की ट्रेनिंग, पोषण और खिलौनों से मानसिक विकास पर ट्रेनिंग दी जाएगी।