जिले में 38 आंगनवाडी का हुआ चयन ,सूची तैयार कर शासन को भेजी
आंगनवाडी न्यूज़
श्रावस्ती के ब्लाक संसाधन केंद्र हरिहरपुर रानी में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ईसीसीई ग्राम चौपाल विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य कार्यकत्रियों की क्षमता में वृद्धि करना है।
ब्लाक संसाधन केंद्र हरिहरपुर रानी भिनगा के सभागार में हरिहरपुररानी व भिनगा शहर समेकित बाल विकास परियोजना के तहत शुक्रवार को आने वाले 21 माडल व सक्रिय आंगनबबाड़ी कार्यकत्रियों का ईसीसीई ग्राम चौपाल विषय पर प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ईसीसीई ग्राम चौपाल विषय पर कार्यकत्रियों की क्षमता वृद्धि करना। परियोजना में सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों कि क्षमता वृद्धि हो जाने के बाद इनके माध्यम से माता, पिता व अन्य अभिभावकों के बच्चों की देखभाल व संवेदनशील परवरिश विषय पर क्षमता वृद्धि किया जायेगा। माता, पिता व अन्य अभिभावक अपने बच्चों के साथ समय देकर उन्हें खेल खेल में सिखा सकेंगे। इसके लिए आने वाले दिनों में सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपने अपने कार्य क्षेत्र के गांव में महीने में दो बार माता, पिता व अन्य अभिभावक के बीच ईसीसीई ग्राम चौपाल का आयोज़न व गृह आधारित गतिविधियों का प्रदर्शन भी करेंगी। ताकि बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। इस समस्या के निदान के विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी, यूनीसेफ के सहयोग से जनपद में संचालित हो रही परियोजना शाला पूर्व शिक्षा कार्यक्रम के तहत जनपद के सभी माडल व सक्रिय आंगनबाड़ी का एक दिवसीय ईसीसीई ग्राम चौपाल आयोज़न विषय पर प्रशिक्षण का आयोज़न कर क्षमता वर्धन का कार्य किया है।
जनपद में समूह की महिलाये तैयार करेंगी ड्राई राशन
ललितपुर जनपद स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से हजारों गर्भवर्ती महिलाओं, धात्रियों व नवजात शिशुओं की देखभाल होती है। क्षेत्र में जबरदस्त गरीबी की वजह से महिलाओं में खून की कमी रहती है। जिसकी वजह से उसके बच्चे पर भी असर पड़ता है। इस तरह के मामलों में जन्म से ही बच्चे कमजोर रहते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को प्रवसकाल में ही पौष्टिक आहार मुहैया कराए जाते हैं। इसी तरह धात्रियों व बच्चों को भी ड्राई राशन मुहैया कराया जाता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला समूह अभी ड्राई राशन की वितरण व्यवस्था को संभाल रहे हैं।
आगामी कुछ समय में गांव की महिलाएं ड्राई राशन के पैकेट जनपद में ही तैयार करेंगी। इसके लिए दो ब्लाकों पर एक प्लांट लगाया जाएगा। जिसमें बर्फी, खिचड़ी, हलुआ, दलिया आदि के पैकेट तैयार होंगे। जिला विकास अधिकारी केएन पांडेय की अगुवायी में प्लांट की जमीन तलाशी जा चुकी है। तालबेहट व बार ब्लाक के लिए तालबेहट, बिरधा व जखौरा के लिए जखौरा, मड़ावरा व महरौनी विकास खंड के लिए मड़ावरा में निर्धारित भूमि चिह्नत कर ली गयी। अब दो-दो ब्लाकों के 300-300 महिला समूहों से 30,000-30,000 रुपये एकत्रित किए जाएंगे। इस धनराशि से चिह्नित भूमि पर विशेषज्ञों की राय से बिल्डिंग तैयार होगी। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से उपकरण मिलेंगे। जिसके बाद ड्राई राशन के पैकेट व पौष्टिक पोषाहार बनाया जाने लगेगा।
इससे समूह की महिलाओं को दो तरह से लाभ मिलेगा प्रत्येक प्लांट में कम से कम बीस-बीस महिलाएं काम करेंगी। इसके साथ ही इस कारोबार के लाभांश का वितरण धनराशि देने वाले महिला समूहों में बराबर किया जाएगा। इससे निकट भविष्य में समूह की आमदनी बढ जाएगी
ये भी पढ़े .….लेखपाल भर्ती का सेलेबस जारी
आंगनवाडी भर्ती ऑडियो वायरल में सीडीपीओ ,सुपरवाइजर को नोटिस जारी
फर्रुखाबाद आंगनबाड़ी भर्ती में एक और आडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। आडियो एक महिला कार्मिक का बताया जा रहा है। इसमें सहायिका के पति और महिला कार्मिक के बीच बातचीत चल रही है। पीड़ित से शिकायत वापस लेने के लिए एफेडेविट देने की बात कही जा रही है। जबकि पीड़ित साफ तौर पर आडियो में कह रहा है कि शिकायत तो उसने की है वह झूठ नहीं बोल सकता है। जिले में 200 से अधिक पदों पर कार्यक्त्रिस्रयों, सहायिकाओं और मिनी कार्यकत्री की भर्ती होनी है। इसको लेकर अभी दो दिन पहले ही आंगनबाड़ी सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष किरन वर्मा ने सहायिका के पति और संविदा कर्मियों के बीच बातचीत का आडियो जारी किया था।
इसमें महिला कर्मी कह रही हैकि सभी के डाक्यूमेंट जांच के लिए विद्यालयों में गए हैं। महिला कर्मी की ओर से सीधे तौर पर कहा जा रहा है कि जो शिकायत की गयी है वह उसने नही की है, इसका एफेडेविट दे दो। जबकि सहायिका का पति साफ तौर पर कह रहा है कि वह झूठ नहीं बोल सकता है कि उसने शिकायत नहीं की है। यह आडियो भी अधिकारियों के पास में पहुंच गया है।
इससे पहले आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया के बीच घूस का एक आडियो वायरल में जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने वायरल आडियो के संबंध में शमसाबाद ब्लाक के सीडीपीओ, संबंधित सुपर वाइजर और पोषण मिशन के संविदा ब्लाक कोआर्डिनेटर को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। और इस मामले में सीडीओ व डीएम को विस्तृत रिपोर्ट भी भेज दी गई है। लेकिन ब्लाक क्षेत्र के एक सचिव का रुपया लेते हुए वीडियो वायल होने के बाद भी अभी तक विभागीय स्तर से जांच पड़ताल शुरू नहीं की गयी है। जबकि यह वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है। इसमें रुपये का लेन देन साफ तौर पर नजर आ रहा है। अभी तक अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हैं। वहीं दूसरी ओर एक अन्य प्रधान ने सचिव पर विकास कार्यौ का पेमेंट करवाने के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।
डीपीओ ने बताया कि लोग किसी को पैसा न दें, भर्ती पूरी तरह से पारदर्शी होगी। वायरल हो रहे आडियो में कथित रूप से ब्लाक शमसाबाद में तैनात पोषण मिशन के संविदा कर्मी कुणाल मिश्रा की बात आवेदक के स्वजन से होना बताई जा रही है। आडियो में पूर्व में डीपीओ कार्यालय से संबद्ध रही कुणाल की बहन महिला स्वास्थ्य कर्मी नेहा मिश्रा का भी बार-बार उल्लेख किया जा रहा है। आवेदक का स्वजन एक लाख रुपये की रिश्वत मांगे जाने और रुपये लेकर जाने पर लौटा दिए जाने की बात स्वीकार करता सुनाई पड़ रहा है। आडियो में वह डीपीओ द्वारा उनके कार्यालय में आने के लिए नाराजगी जताए जाने की भी बात कह रहा है। आडियो की बात चीत से नीचे के स्तर पर सौदेबाजी या ठगी के प्रयास नजर आ रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया महिला संविदा कर्मी नेहा मिश्रा को कंप्यूटर पर डाटा कंपाइल करने के लिए संबद्ध किया गया था। उसे तत्काल कार्यमुक्त कर दिया गया है। उसके शमसाबाद में तैनात भाई कुणाल मिश्रा के अलावा संबंधित सुपरवाइजर व सीडीपीओ को भी नोटिस जारी किया है।
अल्प मानदेय देकर लाखो का लिया जाता है काम
गौतम बुद्ध नगर जिले की आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। आंगनबाड़ी कर्मचारियों का कहना है कि 5500 रुपये का मानदेय दिया जाता है, लेकिन काम एक लाख रुपये का लिया जा रहा है।कर्मचारियों ने सीएम के नाम 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा है।
आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी व सहायिका संगठन के बैनर तले सैकड़ों कर्मचारी सुबह कलेक्ट्रेट पहुच कर दिन भर धरना दिया।
जिलाध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि 8वीं पास महिलाएं कैसे मोबाइल पर काम कर सकती हैं। इसका प्रशिक्षण भी आंगनवाडी को नहीं दिया गया है। मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान हो या फिर राशन वितरण का काम, सभी में आंगनवाडी को लगा दिया जाता है। पुनरीक्षण अभियान के तहत गरुड़ एप पर काम करना पड़ रहा है। रात एक बजे तक काम करते हैं। जबकि, उनको मोबाइल पर काम करना नहीं आता। कर्मचारी 6 दिसंबर से कलम बंद हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों ने मोबाइल को वापस लेने, अन्य प्रदेशों की तरह मानदेय देने, मानदेय वृधि समेत कुल 11 मांग की है।
ये भी पढ़े ….अब मदरसों में भी चलेगी प्री प्राईमरी की पढाई
जनपद में 38 आंगनवाडी का सुपरवाइजर पद पर चयन
प्रयागराज बाल विकास एवं पोषाहार विभाग में शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की प्रमोशन प्रक्रिया तेज हो गयी है अब जल्द ही चयनित आंगनवाडी को सुपरवाइजर बनाया जाएगा। बाल विकास एवं पोषाहार विभाग की ओर से जिले से ऐसी 38 कार्यकत्रियों की सूची तैयार कर शासन को भेजी जा चुकी है। अनुमति मिलने के बाद इन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी। जिन 38 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सूची बनी है, वे सभी वर्ष 1995 से 1998 के बीच विभाग से जुड़ी हैं। शैक्षिक योग्यता व्को सेवा काल को आधार बनाते हुए मेरिट जारी की गयी है हाईस्कूल से परास्नातक तक प्रथम श्रेणी में पास होने पर तीन अंक प्रत्येक कक्षा के, दितीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर प्रत्येक कक्षा के लिए दो अंक और तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर प्रत्येक कक्षा में एक अंक दिए गए हैं। इस आधार पर मेरिट लिस्ट बनाई गयी है