डीपीओ सुरेश गुप्ता ने बताया कि जनपद में कौशाम्बी में 21 नए आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की संस्तुति शासन से मिल गई है। लगभग हर आंगनवाडी भवन के निर्माण में 8 लाख 30 हजार की लागत से आएगी । इसमें पांच लाख मनरेगा से एक लाख 6 हजार पंचायती राज विभाग और सवा दो लाख रुपये का भुगतान विभाग करेगा। ,
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित किये जा रहे आंगनवाडी केन्द्रों के स्वयं के भवनों की कमी है कौशाम्बी में कुल 1775 आंगनबाड़ी केंद्र है। इनमें से 532 केंद्र विभागीय भवन में संचालित हो रहे है। मतलब जिले में बाल विकास के स्वयं के मात्र 532 भवन ही है । शासन की मंजूरी मिलने से 21 नए भवन बढ़ने के बाद अब इनकी संख्या 553 पहुंच गई है। लेकिन अभी भी बाल विकास विभाग के पास 1222 आंगनवाडी भवनों की कमी है। बाकी 642 केंद्र प्राथमिक स्कूल व 269 केंद्र पंचायत भवन में संचालित किए जा रहे हैं। जबकि 189 आंगनवाडी केंद्र किराए के भवनों में चल रहे हैं।
जिले में जो आंगनवाडी केंद्र शहरी क्षेत्र में किराए पर दूसरे के भवनों में संचालित हो रहे है विभाग द्वारा उनको प्रतिमाह 750 रुपये भुगतान कर रहा है। और जो ग्रामीणक्षेत्रों में संचालित किये जा रहे आंगनवाडी केन्द्रों को भवन किराये के रूप में 200 रुपये प्रति माह दिया जा रहा है। इस समबन्ध में विभागीय अधिकारियो का कहना है कि जल्दही सभी आंगनबांडी केंद्र खुद के भवन में संचालित होंगे।
मंझनपुर ब्लॉक के दोआबा क्षेत्र में कई आंगनबाड़ी केन्द्रों के पास अपने भवन तक नहीं हैं। यर आंगनवाडी केंद्र या तो खुले मैदान में चल रहे या फिर किराए के मकान में संचालित कियर जा रहे है । इन आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भवन निर्माण जल्द की कराया जाएगा। एक करोड़ 74 लाख की लागत से 21 केंद्रों के निर्माण की स्वीकृत शासन ने दे दी है। धन भी अवमुक्त हो गया है। जल्द की इन केंद्रों का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
कौशाम्बी जिले में कुल 1775 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे है। इनमें से 1243 आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे है जिनके अपने भवन नहीं हैं। इन केंद्रों का संचालन या तो स्कूलों में होता है या फिर पंचायत भवन व किराए के भवन में हो रहा है। दोआबा में 189 केंद्र ऐसे है जो किराए के भवन में चल रहे है।
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा इन नए आंगनवाडी भवनों के निर्माण की शुरुवात तेज कर दी है। दोआबा क्षेत्र में एक करोड़ 74 लाख की लागत से 21 नए आंगनवाड़ी केंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए शासन ने भी हरी झंडी दे दी है। इसके लिए कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण को धन भी अवमुक्त कर दिया गया है।
मंझनपुर और कौशाम्बी ब्लॉक में 04, सरसवां और कड़ा में दो ,मूरतगंज में पांच, सिराथू में तीन और चायल में एक आंगनबाड़ी केंद्र बनेगा। इन भवनों के निर्माण में पांच लाख मनरेगा योजना, एक लाख 6 हजार पंचायती राज विभाग व दो लाख 24 हजार रुपये बाल विकास विभाग खर्च करेगा।