प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का काम आंगनवाड़ी को दिए जाने पर आशा वर्करों का हंगामा
आंगनवाड़ी न्यूज
कल गुरुवार को आशा बहुओं व आशा संगिनी ने अपनी मांगो को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया है। आशा वर्कर और संगिनी का कहना है कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना मे कराए जाने वाले कार्य आंगनबाड़ी वर्करो से नहीं कराये जाए।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के कार्यो की ज़िम्मेदारी आशा वर्करो को दी गयी थी। लेकिन अब इनसे ये कार्य छीन लिया गया है।
आशा बहुओं व आशा संगिनी ने सीएमओ कार्यालय तक पैदल मार्च किया और प्रदर्शन करते हुए सीएमओ को ज्ञापन दिया। इन वर्करो का कहना है कि यदि अगर इन कार्यो की ज़िम्मेदारी और उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
अंबेडकरनगर जिले की ऑल इंडिया आशा बहू कार्यकत्री कल्याण सेवा समिति का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलायी जा रही प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लाभार्थियो को लाभवन्तित करने का कार्य आशा बहुएं और संगिनी का है जिसको वो बखूबी निभा रही है लेकिन अब इस योजना को बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी वर्करो को दे दिया गया है।
इस योजना को अगर बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी वर्करो को दे दिया जाता है तो इससे आशा और संगिनी के कार्यो पर उंगली उठेगी साथ ही इससे आशा बहुओं के अधिकारो का हनन होगा।
आशा बहुएं ने बताया कि इस योजना को बेहतर तरीके से संचालित किया जा रहा था लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस योजना के कार्यो को बाल विकास विभाग के हवाले कर दिया। आखिर स्वास्थ्य विभाग को इस योजना को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने की क्या जरूरत है।
ऑल इंडिया आशा बहू कार्यकत्री कल्याण सेवा समिति का कहना है अगर मातृत्व वंदना योजना के कार्य की ज़िम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिया गया तो संगठन एक बड़ा आंदोलन कर सकता है। आशा वर्कर और संगिनी की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अन्य वर्करो का भी कहना है कि हेल्थ वेलनेस सेंटर का भुगतान अप्रैल से अब तक नहीं हो सका है। पीएमएमवीवाई का भी भुगतान 2019 से लेकर 2023 तक नहीं हो सका है। इससे आशा बहुओं व संगिनी के सामने जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा हैं।
इस सम्बंध मे सीएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि शासन द्वारा इस योजना के संचालन के सम्बंध मे आंगनवाड़ी वर्करो द्वारा कराये जाने के निर्देश जारी किये जा चुके है।