बदायूं में पकड़े पुष्टाहार की जांच को दबाने में लगे अधिकारी
आंगनवाड़ी न्यूज़
बदायूं में पकड़ा गया पुष्टाहार की जांच में हो रही देरी ,रामपुर,मुरादाबाद,संभल में सबूत मिलने के आसार
बदायूं के बिसौली में अवैध बाल पुष्टाहार में केवल दलिया पकड़ा गया है लेकिन डीएम ने पूरे जिले के गोदाम सील दिये थे जिससे असली कालाबाजारी वाले पकड़े जायें और कार्रवाई की जा सके। डीएम ने तो एक दिन में जांच कर रिपोर्ट मांगी थी लेकिन बाल विकास विभाग चार दिन में जांच नहीं कर पाया है। इसकी वजह से आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के पुष्टाहार पर संकट आ गया है। बच्चों को पुष्टाहार और न मिल रहा है कार्यकत्रियां भी पुष्टाहार न मिलने से वितरण नहीं कर रहीं हैं। जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बाल पुष्टाहार का संकट बना हुआ है। एक दलिया अवैध बिसौली में 16 नंवबर की रात को पकड़ा गया। मगर समस्या पूरे जिले के बच्चे भुगत रहे हैं। बिसौली की ट्रैक्टर एजेंसी से एसडीएम ने 399 बाल पुष्टाहार पकड़ था। इसकी वजह से पूरे जिले का बाल पुष्टाहार बंद चल रहा है।
शनिवार तक जिला प्रशासन से लेकर बाल विकास विभाग बाल विकास परियोजनाओं पर गोदामों की जांच नहीं कर पाये हैं। शनिवार तक चार दिन हो गये हैं। मगर जांच पूरी नहीं हुयी है, जिले की 15 देहात की परियोजनाओं पर गोदाम सील कर दिये हैं। डीएम ने एक दिन में जांच करके खोलने को कहा था बाल विकास विभाग चार दिन में जांच करके गोदाम नहीं खोल पाया है। सहसवान व एक-दो ही विभागीयी अधिकारियों की जुबान पर खुल पाये हैं। जिले में बाल विकास विभाग के डीएम ने 15 गोदाम सील कराये गये थे। इसके बाद डीएम ने रफ्तार से जांच करने को कहा था, डीएम दीपा रंजन ने यह भी कह दिया था कि डीपीओ सहित टीम जांच करके एक दिन में रिपोर्ट सौंपी जाये। मगर बाल विकास विभाग के अधिकारियों की सुस्ती दूर नहीं हो रही है। वह जांच को देर करके मामले को टालने में लगे हैं। जिससे देर हो और मामला ठंडा पड़ जाये। इसलिये जांच चार दिन में नहीं हुई है।
सीडीओ ऋषिराज ने बताया कि अब तक अपने जिले से जुड़ा पुष्टाहार नहीं निकला है। बाकी गोदाम भी जल्द जांच कराये जा रहे हैं। डीपीओ से कहा है जल्द से जल्द जांच कराये जायें। बच्चों के पुष्टाहार वितरण को प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा। गहनता के साथ मामले की जांच हो रही है जल्द ही गोदाम भी खुल जायेंगे और साफ कर देंगे पुष्टाहार कहां का है। बाल पुष्टाहार जो पकड़ा गया था वह सील है। पुलिस और प्रशासन दोनों की टीमों के द्वारा लगातार जांच चल रही है। सुराग लगाये जा रहे हैं। अब तक जो जानकारी दी है वह मुरादाबाद की बताई जा रही है। मुरादाबाद, संभल की कुछ परियोजनाओं का जानकारी मिल रही है लेकिन अभी पुष्टी नहीं की जा सकती है।
बिसौली में पकड़े गये अवैध बाल पुष्टाहार के तार मिलने लगे हैं। पुलिस और प्रशासन दोनों मिलकर बाल पुष्टाहार की कालाबाजारी करने वालों तक पहुंचने का प्रयास है। जांच पड़ताल में अब तक प्रशासन के तार मुरादाबाद व संभल, रामपुर तक पहुंच गये हैं, बस किसके सिर पूरा मामला बंधेगा और कौन-कौनसी परियोजना का होगा यही साफ होना बाकी है। दो जिलों की स्थिति तो प्रशासन व पुलिस साफ कर चुकी है।
शनिवार तक बदायूं जिला प्रशासन और पुलिस की टीमों ने अवैध बाल पुष्टाहार के तार तीन जिलों से पकड़ लिये हैं। अब तक जिले में संभल, मुरादाबाद के तार जुड़ने की तो प्रशासन पुष्टी करने लगा है लेकिन बस अब रामपुर से पुष्टी होनी बची है। अब तक अधिकारी मुरादाबाद और संभल के मामले की तो पुष्टी कर रहे हैं, रामपुर में केवल सूचना मिली है लेकिन पुष्टी नहीं हो पाई है। अधिकारियों की माने तो दो से तीन दिन में मामले का पूरा खुलासा हो जायेगा। सू्त्रों के मुताबिक संभल की तीन, मुरादाबाद की पांच और रामपुर की कुछ परियोजनाओं का दलिया सहित पुष्टाहार यहां सप्लाई होकर आता है और निजी पैकिटों में तैयार होकर कालाबाजारी को सप्लाई होता है। बतादें कि 16 नवंबर की रात को एसडीएम ज्योति शर्मा ने छापा मारकर 399 कट्टे पकड़ गये थे। जिनकी जांच पड़ताल चल रही है।
कब कब क्या हुआ
16 नवंबर की रात को बिसौली में पकड़ा गया था अवैध बाल पुष्टाहार
एसडीएम ने छापामारी के दौरान बिल्डिंग से पकड़ा था अवैध पुष्टाहार
सीडीपीओ की तहरीर पर दर्ज किया गया था अज्ञात लोगों पर मुकदमा
पुलिस और प्रशासन दोनों मिलकर बाल पुष्टाहार की कालाबाजारी करने वालों तक पहुंचने का प्रयास है। जांच पड़ताल में अब तक प्रशासन के तार मुरादाबाद व संभल, रामपुर तक पहुंच गये हैं, बस किसके सिर पूरा मामला बंधेगा और कौन-कौनसी परियोजना का होगा यही साफ होना बाकी है। दो जिलों की स्थिति तो प्रशासन व पुलिस साफ कर चुकी है।
आंगनवाडी केन्द्रों से प्रमोट बच्चो को पढ़ाने के लिए शिक्षको को दिया जा रहा प्रशिक्षण
कुशीनगर नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी में कन्वर्ट करने का काम चल रहा है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग और बाल विभाग एवं पुष्टाहार विभाग दोनों मिलकर काम कर रहा है। आंगनबाड़ी के प्रमोट बच्चों को परिषदीय स्कूलों में पढाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रमोट बच्चों को शिक्षा देने के लिए प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए पिछले एक नवम्बर से सभी बीआरसी में स्कूल रेडीनेस ट्रेनिंग चल रहा है। दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक बीआरसी पर 40 शिक्षकों का बैच बनाया गया है। प्रत्येक न्याय पंचायत में तैनात 142 शिक्षक संकुल प्रशिक्षक बनकर इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करने में जुटे हुये हैं। पिछले 20 दिनों में 1800 शिक्षकों में 900 शिक्षकों प्रशिक्षित किया गया है। सभी शिक्षकों को आगामी 30 नवम्बर तक प्रशिक्षित किया जायेगा। इन शिक्षकों द्वारा भविष्य में आंगनबाड़ी से प्रमोट होकर बेसिक स्कूल में पहुंचने पर कक्षा एक व दो में पढाया जायेगा। जिला समन्वयक सत्येंद्र कुमार मौर्या ने बताया कि सभी बीआरसी पर प्रशिक्षण अंतिम चरण में चल रहा है। इसे शीघ्र पूरा कर लिया जायेगा
आंगनबाड़ी के प्रमोट बच्चों को जिले के प्राथमिक स्कूलों में तैनात 1800 शिक्षक ट्रेंड करेंगे। इसके लिए इन शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिले के 142 शिक्षक संकुल इन शिक्षकों को प्रशिक्षित करने में जुटे हुये हैं। आंगनबाड़ी से निकलने वाले बच्चों को कक्षा एक व दो में प्रशिक्षित शिक्षक पढाने का काम करेंगे, जिससे की गरीब बच्चों की नींव मजबूत हो सके। प्रत्येक स्कूल से एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जा रहा है इसके लिए सभी बीआरसी परिसर में स्कूल रेडीनेस ट्रेनिंग चल रही है अब तक 20 दिनों में 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चूका है इसमें 142 संकुल शिक्षकों के प्रशिक्षण को लगाया गया है