भ्रष्ट्राचारी सीडीपीओ ने विधवा महिला से नौकरी दिलाने के नाम पर सवा लाख ठगे
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास विभाग मे भ्रस्ट अधिकारियों की कोई कमी नहीं है। और अगर किसी अधिकारी के भ्रष्ट्राचार की पोल खुलती है तो उसकी सिर्फ कागजो पर जांच चलती रहती है लेकिन कोई सख्त कार्यवाही नहीं की जाती। प्रदेश मे ऐसे कितने ही भ्रस्ट डीपीओ से लेकर सीडीपीओ है जिन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
कुशीनगर जिले के फाजिलनगर क्षेत्र के बेइली बकुलहर गांव के प्रधान प्रतिनिधि ने पूर्व सीडीपीओ अब्दुल कयूम पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक विधवा महिला के सवा लाख रुपये हड़प लेने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। ये वही पूर्व सीडीपीओ अब्दुल कयूम है जिन पर विभाग मे कार्यरत आंगनवाड़ी वर्करो से और अन्य मामलो मे रुपये हड़पने का केस दर्ज है। बाल विकास विभाग द्वारा अब्दुल कयूम पर विभागीय कार्यवाही की जा चुकी है।
फाजिलनगर क्षेत्र के बेइली बकुलहर गांव के प्रधान प्रतिनिधि रामभरोसा कुशवाहा ने बताया कि उनकी पत्नी विंदा देवी वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। उनके गांव की विधवा महिला मालती कुशवाहा के पति की मौत हो चुकी है। घर की माली हालतअच्छी न होने के कारण मालती कुशवाहा को गोरखपुर चिड़ियाघर में माली की नौकरी दिलाने के नाम पर पूर्व सीडीपीओ अब्दुल कयूम ने तीन महीने पहले सवा लाख रुपये लिये थे।
अब तीन महीने के बाद भी सीडीपीओ अब्दुल कयूम ने अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिलाया है जब भी उनसे नौकरी के सम्बंध मे बात करे तो कोई जवाब नहीं दे रहे है हर बार बात घुमाकर टाल मटोल कर रहे हैं। अब इस मामले मे रामभरोसा कुशवाहा ने डीएम को पत्र लिखकर एसपी और डीपीओ को जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा है।
बेइली बकुलहर के प्रधान प्रतिनिधि ने शासन से सीडीपीओ अब्दुल कयूम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने के साथ महिला मालती कुशवाहा के रुपये वापस दिलाने की मांग की है। रामभरोसा कुशवाहा का कहना है कि अगर विभाग मे इस तरह के अधिकारी मौजूद है तो इन लाचार गरीब महिलाओ को शासन की योजनाओ का कैसे लाभ मिलेगा इसीलिए किसी के साथ ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिये सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।