बहराइच बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो को स्वछ जल की व्यवस्था के लिए आरओ लगाया जा रहा है इसके लिए शासन की तरफ से 55 लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है। हर आंगनवाड़ी केंद्र पर अधिकतम 10 हजार रुपये की लागत से 10 से 15 लीटर क्षमता का आरओ लगाया जाएगा। आरओ लगाने के लिए विभाग की ओर से सभी औपचारिकताएं पूरी की गई हैं। बाल विकास विभाग का कहना है कि सरकार की तरफ से उठाया जा रहा यह कदम सराहनीय है। साफ पानी पीने से बच्चो मे आने वाली बीमारी से बचाया जा सकेगा शासन की तरफ से 55 लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है
अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो की शुद्ध व स्वच्छ पानी से प्यास बुझाने के लिए आरओ लगाए जाएंगे। पहले चरण में बिजली व्यवस्था से आच्छादित 550 आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरओ लगाने का फैसला किया गया है। संसाधन के लिए शासन की ओर से बजट भी बाल विकास विभाग को मुहैया करा दिया गया है। वर्तमान समय मे जिले में 3472 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन हो रहा है। इनमें 1300 केंद्र ही निजी भवन में संचालित हो रहे हैं। 2172 केंद्र बेसिक शिक्षा के स्कूल परिसर या फिर पंचायत भवनों में चल रहे हैं। जिन 1300 निजी भवन में केंद्र चल रहे हैं।उनमें से 550 में ही बिजली की मुकम्मल व्यवस्था है।
आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पेयजल के नाम पर हैंडपंप तो लगे हैं लेकिन ये ज्यादातर हैंडपंप सही से काम नहीं कर रहे। अधिकतर इनमे आर्सेनिक युक्त पानी ही आ रहा हैं। जिसकी वजह से पानी पीने से बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही कुपोषण से बचाने को लेकर चल रहे अभियान को भी धक्का लग रहा है। इसको देखते हुए बाल विकास निदेशालय ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरओ लगाने का आदेश दिया है। पहले चरण में 550 आंगनवाड़ी केंद्रों पर आरओ लगाने की व्यवस्था की गई है।विभाग की माने तो 15 सितंबर से पहले शासन ने इन आंगनवाड़ी केंद्रों पर आरओ लगाने की समय सीमा निर्धारित की है। सरकार के इस फैसले से आंगनवाड़ी केंद्र पर पढ़ाई के लिए आने वाले छोटे बच्चों की सेहत में सुधार भी आएगा।
डीपीओ राजकपूर ने बताया कि पहले चरण में बिजली से आच्छादित 550 आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरओ लगाए जाएंगे जिले के बच्चों की बिगड़ रही सेहत को देख कर ये कदम उठाया गया है। पहले चरण मे जिले के 550 आंगनबाड़ी केंद्रों आरओ लगाने के लिए बजट मिला है। लगभग सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही आंगनवाड़ी केन्द्रो पर आरओ लग जाएंगे। इससे बच्चों को शुद्ध व स्वच्छ पानी मिल सकेगा साथ ही बच्चो की सेहत मे भी सुधार आएगा।