6 माह का एक साथ राशन आना भी आंगनवाड़ी के लिए मुसीबत
आंगनवाड़ी न्यूज
हल्द्वानी बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो का संचालन किया जाता है इन केन्द्रो पर छोटे छोटे बच्चो को शिक्षा के साथ साथ पोष्टिक राशन का वितरण किया जाता है। इस राशन की आपूर्ति सरकार द्वारा निशुल्क की जाती है।
सरकार द्वारा राशन की व्यवस्था करने के लिए बजट जारी किया जाता है इसके बाद आधिकारिक फार्म को इस राशन की आपूर्ति आंगनवाड़ी केन्द्रो पर की जाती है। लेकिन आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चो की संख्या के आधार पर इस राशन को एक साथ ही 3 से 6 माह तक का एक बार मे ही केन्द्रो पर भेज दिया जाता है।
अब इन छोटे छोटे कमरे मे चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में छह महीने का पुष्टाहार एक साथ भेज दिया जाता है। जिससे पुष्टाहार रखने मे समस्या खड़ी हो जाती है जिसकी वजह से केन्द्रो पर पढ़ने वाले बच्चों को बैठने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं मिलती है।
बाल विकास के इन आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती, धात्री, छह से तीन और तीन से छह साल के बच्चों को अलग-अलग श्रेणी के अनुसार पुष्टाहार दिया जाता है। विभाग द्वारा इस पुष्टाहार को रखने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की जाती जिसके कारण आंगनबाड़ी वर्करो को मजबूरी मे इस राशन को आंगनवाड़ी केंद्रों में ही रखने के लिए मजबूरी बन जाती है।
जिले मे विभाग द्वारा इस बार छह माह का गेहूं-चावल एक बार में ही भेज दिया गया है। अब राशन की इतनी बड़ी तादाद मे आने से आंगनवाड़ी का कमरा हालत यह हो गई है कि इन केंद्रों में पुष्टाहार रखने से पूरा भर गया है। अब इस गर्मियों के मौसम में बैठने की उचित व्यवस्था न होने से आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चो के साथ साथ स्टाफ के लिए भी समस्या हो गयी हैं।