फतेहपुर जनपद के महात्मा गांधी सभागार में डीएम श्रुति ने जिला पोषण समिति एवं कनवर्जेंस विभागों की समीक्षा करते हुए कहा कि महिलाओं, किशोरियों को अपने और उनके बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए जागरूक करें। जो बच्चे अति कुपोषित श्रेणी मे हैं उन्हें चिन्हित कर सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को मुहैया कराएं और उनके पोषण स्तर में सुधार लाएं। कहा कि शत प्रतिशत लाभार्थियों के आधार फीडिंग कार्य पूरा कराएं।
डीएम ने कहा कि बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं, किशोरियों को समय पर पोषण आहार वितरण कराएं। साथ ही पोषण ट्रैकर में शत प्रतिशत फीडिंग का कार्य कराया जाए। केन्द्रो से लाभार्थियों को मिलने वाले पोषाहार वितरण का मोबाइल से क्रास वेरिफिकेशन कराएं और निगरानी सेल बनाकर लगातार काम करें।
पोषण अभियान में शासन से निर्धारित थीम पर क्रियान्वयन करते हुए सभी विभाग पोर्टल पर शत प्रतिशत फीड कराएं ताकि जिले की रैंकिंग सही रहें। डीएम ने कहा कि आशाबहू, आंगनबाड़ी कार्यकत्री स्वास्थ्य व पोषण के प्रति समन्वय बनाकर महिलाओं को जागरूक करें और सुविधाएं उपलब्ध कराएं। कार्यदायी संस्था आरईएस को निर्देशित किया कि जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण पूरा हो गया है, उसे हैंडओवर करें। जहां बिजली कनेक्शन नहीं है. बिजली अफसरों से संपर्क कर कनेक्शन कराएं।
100 आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को आज किट वितरित करेंगी राज्यपाल
प्रदेश के कानपुर देहात जिले मे नयी शिक्षा नीति के तहत प्री-प्राइमरी स्कूल में बदले जा रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुसज्जित करने की कवायद चल रही है। इसके लिये जनपद के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की 100 आंगनबाड़ी वर्करो को आज किट वितरित करेंगी। वहीं उनकी क्षमता संवर्धन के लिये प्रशिक्षण सत्र का भी आयोजन होगा।
महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिये संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों को अब प्री-प्राइमरी स्कूलों में भी तब्दील किया जा रहा है। इसको लेकर अब इन आंगनवाड़ी केन्द्रों के स्वरूप बदलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत जिले की 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सीएसआर से कुर्सी टेबिल आदि सामग्री की मिनी किट प्रदान की जायेगी।
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियो के लिये विश्व विद्यालय की ओर से एक प्रशिक्षण सत्र का भी आयोजन किया जायेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश यादव का कहना है कि राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। सीएसआर से मिलने वाली सामग्री से आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था से आम जनमानस मे आंगनवाड़ी केन्द्रो के प्रति रुझान बढ़ेगा।