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आंगनवाड़ी का घर घर दस्तक अभियान शुरू,बाल पिटारा एप से आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे को दी जायेगी शिक्षा

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उत्तरप्रदेश शासन द्वारा जारी आदेशानुसार बाल विकास परियोजना विभाग ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले नौनिहालों को अब बाल पिटारा एप्लिकेशन द्वारा शिक्षा देने की शुरुआत कर दी है विभाग द्वारा आंगनवाडी वर्करो को दिए गये स्मार्ट फोन में बाल पिटारा एप्लिकेशन अपडेट कर दिया है अब आंगनवाडी अपने स्मार्ट फोन के सॉफ्टवेयर को अपडेट करेंगी सॉफ्टवेयर अपडेट होते ही बाल पिटारा एप स्वय इनस्टॉल हो जायेगा साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चो के अभिभावकों के मोबाइल फोन में एप अपलोड कराएंगी। जिससे केंद्र बंद होने के कारण माता- पिता घर पर ही अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। इस एप में पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए खेल का रूप दिया गया हैजिससे ये छोटे बच्चे आसानी से अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
तीन बार कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है । बाल विकास ने भी परिषदीय स्कूलों व विश्वविद्यालयों की आनलाइन पढ़ाई की तर्ज पर आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए बाल पिटारा एप्लिकेशन लांच किया है। बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी वर्करो को अपने क्षेत्रों के अभिभावकों के एंड्रायड मोबाइल फोन में इस एप को अपलोड कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इस एप के माध्यम से नौनिहालों के माता-पिता घर पर ही हिंदी, गणित समेत अन्य विषयों के बारे में बताएंगे। इस एप की पढाई को इस तरह अपलोड किया गया है कि मोबाइल फोन की पढ़ाई बच्चों को ज्यादा पसंद आएगी। और बच्चो का इस एप के जरिये पढ़ाई के प्रति उनमें ज्यादा मन लगेगा । और स्कूल बंद होने के बावजूद शिक्षण कार्य भी प्रभावित नही होगा

बाल पिटारा एप्लिकेशन के सम्बंद में निदेशालय से जारी आदेश देखे

इस बाल पिटारा एप में 32 कहानियां व 32 कविताएं अपलोड की गयी है । इसी एप के माध्यम से अभिभावक बच्चों को कहानी व कविता याद कराएंगे। इस एप में नैतिक शिक्षा से जुड़ी कहानियों व कविताओं सेबच्चो की जानकारी बढ़ेगी। साथ ही मनोरंजन के साथ साथ बौधिक विकास भी होगा
आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो को देखते हुए एप में 384 प्रकार की गतिविधियां अपलोड की गयी है ।जिससे कि अभिभावक अपने बच्चों को घर पर ही एप में दी गयी गतिविधिया सीखा सकते है। इस एप में सुबह उठकर मुंह धोना, दांत साफ करने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने आदि के बारे में जानकारी मिलेगी। और साथ ही शिक्षण कार्य से जुडी हर गतिविधियों को अपलोड किया गया है

इस सम्बन्ध में चंदोली की जिला कार्यक्रम अधिकारी जया त्रिपाठी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभिभावकों के मोबाइल फोन में बाल पिटारा एप अपलोड कराने के निर्देश दिए गए हैं। इससे आंगनबाड़ी में नामांकन कराने वाले बच्चे भी घर बैठे आनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। जिससे आंगनवाडी केन्द्रों के नौनिहाल भी अपना शिक्षण कार्य पूरा कर सके इससे बच्चो की पढाई में रुचि भी बढ़ेगी।

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आंगनवाड़ी का घर घर दस्तक अभियान शुरू,


लखनऊ उत्तरप्रदेश में शासन के निर्देश पर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए सोमवार से दस्तक अभियान शुरू कर दिया गया। इस अभियान में आशा व आंगनबाड़ी द्वारा घर-घर दस्तक देकर ऐसे लोगो को चिन्हित किया जाएगा।जिनमें कोरोना के लक्षण हैं इसकाम के लिए आशा व आंगनबाड़ी वर्करो की टीमें लोगों के घर का दरवाजा खटखटाएंगी। और घर में ऐसे लोगो को चिन्हित करेंगी जिन्हें बुखार, जुकाम, खांसी और गले में खराश है अगर किसी व्यक्ति में यह लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें मुफ्त मेडिकल किट दी जाएगी इन लोगो के बचाव के लिए स्वास्थ विभाग द्वारा लगभग एक करोड़ दवा की किट तैयार की गई हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से कोरोना के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच कराने के निर्देश भी दे दिए है । साथ ही मरीजो की रैपिड रिस्पांस टीम की मदद से जांच कराई जाएगी । मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ज्यादातर रोगी होम आइसोलेशन यानी घर पर अपना इलाज करा रहे हैं। ऐसे मरीजों के स्वास्थ्य का हाल चाल नियमित लिया जाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया है कि संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए दस्तक अभियान 29 जनवरी तक चलाया जाएगा। इस अभियान के लिए नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग लोगों तक अलग-अलग उम्र के अनुसार दवा की किट तैयार की गई हैं। अगर कोई संधिग्ध मरीज पाया जाता है तो ये किट उनको दी जाएगी इन टीमो पर सूची बनाने की जिम्मेदारी भी दी गयी है घर में बुजुर्गों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगी या नहीं और दो साल से कम उम्र के वह बच्चे जो नियमित टीकाकरण से छूटे हैं, उनकी सूची भी तैयार की जायेगी

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