903 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों की स्टेशनरी के लिए 63 लाख 21 हजार रुपये का बजट जारी
आंगनवाड़ी बजट

प्रदेश सरकार द्वारा अब आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को प्राथमिक विद्यालयों की तर्ज पर भी स्टेशनरी दी जाएगी। शासन के आदेश पर प्री प्राइमरी की शिक्षा के लिए केन्द्रो के बच्चो को स्टेशनरी देने के लिए बजट जारी किया गया है।
गाजीपुर जिले मे संचालित 903 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चो के लिए शासन द्वारा 63 लाख 21 हजार रुपये का बजट जारी किया है। इस बजट से आंगनवाड़ी केन्द्रो के बच्चों के लिए 25 प्रकार की स्टेशनरी खरीदी जाएगी। इन केन्द्रो मे छह वर्ष से कम आयु के बच्चों को शिक्षा दी जाती है अब स्टेशनरी मिलने के बाद केन्द्रो के बच्चे भी प्री प्राईमरी की शिक्षा ले सकेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छह वर्ष से कम आयु के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रो पर शिक्षा दिये जाने के निर्देश है। इस नीति के तहत पहले चरण मे परिषदीय विद्यालयों में संचालित होने वाले को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चो के लिए अच्छी शिक्षा देने के प्रयास किये जा रहे है।
इस बजट के अनुसार को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रो को 7 महीने तक एक-एक हजार रुपये की दर से सात हजार रुपये मिलेंगे। केन्द्रो को उपलब्ध कराई गयी धनराशि से बच्चों के लिए कलर, पेंसिल, रेजर, शॉर्पनर, फेविकोल, प्रमुख चाक, चार्ट, सेलो टेप, पेपर कापी, प्लास्टिक की हिंदी, अंग्रेजी बाद वर्णमाला, स्केच, मार्कर, रंगीन चाक, रंगीन चार्ट, पेपर और काटन का बंडल खरीदा जाएगा।
शासन द्वारा जारी धनराशि विद्यालयों के एसएमसी खाते में भेजी जा रही है। इस धनराशि से बाल वाटिका के अंतर्गत पढ़ने वाले बच्चों के लिए स्टेशनरी खरीदी जाएगी। जिससे प्री-प्राइमरी के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने और समाज मे बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाया जा सके।
जिला समन्वयक की जानकारी के अनुसार वर्तमान समय मे जिले में संचालित कुल 4127 आंगनबाड़ी केन्द्रो मे 903 आंगनवाड़ी केंद्र परिषदीय विद्यालयों में चल रहे हैं। शासन से मिलने वाले बजट से केंद्रों के बच्चों को स्टेशनरी मे कुल 25 प्रकार की सामग्री दी जाएगी। प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र को सात माह तक एक-एक हजार की दर से सात हजार रुपये दिये जाएंगे।
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