Aanganwadi news: आंगनवाड़ी केंद्रों पर भेजी गई फफूंद लगी हुई दाल
चंदौली जनपद के दुलहीपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को फफूंद लगी दाल के पैकेट का वितरण किया जा रहा था जिससे ग्रामीण भड़क गए और जांच कर कार्रवाई करने की मांग करने। ग्रामीणो का कहना है कि अबकी बार वितरण के लिए जो चने की दाल का पैकेट आया है उसमें आधी दाल खराब है। यह दाल सिर्फ न केवल काली पड़ गई हैं बल्कि फफूंद भी लग गया है। इसीलिए ये दाल खराब हो गई है और खाने योग्य नहीं है।
जानकारी मिलने पर एसडीएम अविनाश कुमार मौके पर पहुंचे और कहा इसकी जांच कार्यक्रम अधिकारी को सौंप दी गई है। लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीडीपीओ वीरू मनी का कहना है कि 28 सितंबर को पैकेट बंद दाल आई थी। जिसे इस माह में 5 अक्टूबर को ही बच्चों में वितरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेज दिया गया है। पैकेट बन्द दाल की गुणवत्ता खराब देख डीपीओ को पत्र लिख कर अवगत करा दिया गया है। फिर भी धत्रियों की जिद के चलते मजबूरी में पैकेट बंद दाल का वितरण किया जा रहा है। बाल विकास परियोजना अधिकारी नंदनी शुक्ला का कहना है कि बंद पैकेट वितरित किया गया था। इसकी जानकारी होने पर सभी पैकेट वापस ले लिए है।
विकास खंड क्षेत्र के अलग अलग गांव में कुल 215 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जाते हैं। इन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर 200 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां एवं 185 सहायिकाएं नियुक्त हैं। साथ ही दुलहीपुर के आंगनवाड़ी केन्द्र पर कुल 23910 बच्चे पंजीकृत हैं। जिनमें 6 माह से 3 वर्ष तक के 10531, और 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के 11412 बच्चे एवं 1967 गर्भवती और धात्री शामिल हैं। इनमें गर्भवती व धात्री को 1.5 किग्रा दलिया, 1 किग्रा चना दाल, 500 एमएल कुकिंग तेल दिया जाता है। जबकि 7 माह से 3 वर्ष के बच्चों के लिए एक-एक किलोग्राम दलिया व चना दाल, और 500 एमएल कुकिंग तेल तथा 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चों को 500-500 ग्राम दलिया और चने की दाल का वितरण किया जाता है।
चंदौली जनपद की डीपीओ जया त्रिपाठी का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र पर पैकेट में खराब दाल भेजने की जानकारी मिली है। बारिश का मौसम था ऐसे में कुछ पैकेट खराब हो गए होंगें। इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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