प्रत्येक केंद्र पर 25-25 हजार रुपये का मिलेगा चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर
आंगनवाड़ी खबर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जिले के को- लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चो को अच्छी शिक्षा देने के लिए चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर उपलब्ध कराये जाएंगे। मुहैया कराया जाएगा। चयनित किए गए हर आंगनवाड़ी केंद्र पर इन फर्नीचर का खर्च 25-25 हजार रुपये आयेगा।
गोंडा जिले में 3,095 आंगनबाड़ी केन्द्रो का संचालन किया जा रहा हैं। जिसमे 2,550 आंगनबाड़ी केन्द्रो का संचालन परिषदीय विद्यालयों में किया जाता है। इन को- लोकेटेड केंद्रों पर प्री प्राइमरी की पढ़ाई के लिए विभाग द्वारा जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चो को ककहरा सीखने मे आसानी हो।
प्रथम चरण मे परिषदीय विद्यालयों में चल रहे 619 आंगनबाड़ी केंद्रों पर जल्द चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर की व्यवस्था के लिए शासन स्तर से 25 हजार रुपये स्वीकृत किया गया है। इन चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर का डिजाइन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी) द्वारा तैयार किया गया है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद ने इन फर्नीचर का मानक इस हिसाब से निर्धारित किया है जिससे इन बच्चों को पढ़ाई करने में आसानी हो सुगमता हो सकेगी। इसके लिए विभाग ने फर्नीचर की खरीदारी के लिए कवायद शुरू कर दी है। अब जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अनुमति मिलने के बाद खरीदारीकरने के बाद आंगनवाड़ी केंद्रों पर फर्नीचर भेजा जाएगा।
जिला स्तरीय अधिकारियों कहना है कि नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में कक्षा 1 से पहले प्री प्राइमरी स्तर पर बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता मजबूत की जा रही है। जिले के 476 परिषदीय विद्यालयों में पहले ही फर्नीचर की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। आंगनबाड़ी केन्द्रो में बच्चे शत-प्रतिशत पहुंचकर ककहरा सीख सकें इसके लिए तीन से छह साल तक के बच्चों को इस फर्नीचर की सुविधा दी जा रही है।