आंगनवाडी भर्ती मे अवैध वसूली करने वाले भ्रष्ट डीपीओ को हटाया गया
आंगनवाड़ी भर्ती 2025

औरैया जिले मे नियुक्त प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र कुमार को यौन उत्पीड़न और वसूली समेत अन्य आरोपों के चलते पद से हटा दिया गया है। जून 2022 में कानपुर देहात के मलासा ब्लाक में तैनाती के दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी वीरेंद्र कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद आवेदक महिलाओ द्वारा जिले में हुई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियुक्ति की जांच की मांग उठने लगी है।
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र कुमार के खिलाफ 27 नवंबर 2024 को भी कई तरह की शिकायतें मिली थी। जिसमे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सेविका के बीच रुपये का लेनदेन के प्रचलित वीडियो मे उनकी संलिप्तता सामने आई थी।
प्रभारी डीपीओ पर आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मुख्य सेविकाओं से अवैध वसूली ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सेविकाओं का यौन उत्पीड़न करने, आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान प्रति केंद्र 10 हजार रुपये वसूलने और भ्रष्टाचार की कमाई से भाइयों, पत्नी व मां के नाम से संपत्ति बनाने का आरोप है।
इसके साथ साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती मे नियुक्ति देने के लिए दो लाख रुपये वसूलने, फर्जी कारण बताकर मुख्य सेविकाओं का वेतन रोकने और फिर भुगतान के नाम पर आर्थिक व शारीरिक शोषण करने की शिकायतें सामने आई थी।
वर्तमान समय मे भी जिले में चल रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियुक्ति में बड़े पैमाने में गड़बड़ी की गयी है। जिले मे मेरिट लिस्ट जारी करने मे एक लाख से दो लाख रुपये तक लेकर नाम डाला गया है।अजीतमल ब्लॉक की प्रभारी सीडीपीओ ने भी आवेदक महिला से भर्ती के नाम पर एक लाख रुपये लिए थे लेकिन उस महिला की नियुक्ति न होने पर उसे पचास हजार रुपये वापस कर दिये गए।
जिले में आंगनबाड़ी के पदो पर आवेदन करने वाली महिलाओ का कहना है कि पैसे देने के बाद आंगनवाड़ी मे भर्ती की जा रही है पात्र महिलाओ को दरकिनार कर अपात्र महिलाओ का चयन किया जा रहा है जिसमे जिले के प्रभारी डीपीओ से लेकर प्रभारी सीडीपीओ तक शामिल है।
आंगनवाड़ी भर्ती मे धांधली को लेकर बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला पहले ही निदेशक को पत्र लिखकर अवगत करा चुकी है पत्र के माध्यम से उन्होने बताया कि जनपद स्तर पर चल रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती प्रक्रिया में प्रार्थना पत्र देने से लेकर शार्ट लिस्टिंग तक के कार्य मे बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है।
प्रभारी मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पत्र में लिखा कि भर्ती की शुचिता बनाए रखने के लिए भर्ती प्रक्रिया जनपद स्तर पर चल रही कार्यवाही को रद करके राज्य स्तर पर की जाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी भर्ती के लिए फार्म भरने वाले अभ्यर्थियों से रुपये की मांग कर भर्ती का आश्वासन दे रहे हैं।
प्रभारी डीपीओ के संबंध में विभाग की निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार संदीप कौर ने तीन जनवरी 2025 को इस मामले की जांच के लिए लेखाधिकारी एवं वित्त एवं अनूप मिश्र को नामित करते हुए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था।
इस मामले में पक्ष जानने के लिए समिति द्वारा प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी को कई बार काल की गई, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं की। साथ ही समिति ने उनसे कई बार संबंधित अभिलेख मांगे, लेकिन उन्होंने न तो अभिलेख दिए और न ही जांच में सहयोग किया। जिसके चलते प्रभारी डीपीओ बीरेन्द्र कुमार को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया।