
लखीमपुर जिले के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार ने जिला पोषण समिति की बैठक में ईकवच पोर्टल पर दर्ज बच्चों का विवरण मांगा तो जानकारी मिली कि ई-कवच पर मात्र 18 बच्चों का ही विरण दर्ज है जबकि बाल विकास विभाग द्वारा लगभग सैम कैटेगरी के एक हजार बच्चो को चिन्हित कर डाटा दिया गया था।
पोषण अभियान के तहत बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी वर्करो द्वारा जन्म के बाद बच्चों का टीकाकरण, वजन व लम्बाई के अनुसार रिकॉर्ड लिया जाता है। पिछले दिनो जिले मे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो लगभग एक हजार बच्चो को सैम कैटेगरी के अंतर्गत चिन्हित किए गए थे।
चिन्हित करने के बाद इन अतिकुपोषित बच्चों को एन आर सी भेजा जाता है जिसके बाद इन बच्चो की मॉनीटरिंग करके उनको स्वस्थ करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है। इन बच्चो की मॉनीटरिंग करने के लिए सरकार ने ई-कवच पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल द्वारा कई विभागों की मदद से बच्चो का कुपोषण दूर किया जाता है।
लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते चिन्हित किए गए बच्चों का डाटा ही ई-कवच पर फीड नहीं किया गया है। चिन्हित किये गए एक हजार बच्चो मे मात्र 18 बच्चों का ब्योरा ही ईकवच पोर्टल पर फीड किया गया है। इस पर नाराजगी जताते हुए सीडीओ ने सभी चिकित्साधिकारियों को जल्द बच्चों का डाटा एक सप्ताह में फीड कर मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया है।
सीडीओ का कहना है कि सरकार कुपोषण खतम करने के लिए लगातार कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इन आयोजन की वजह से प्रदेश मे कुपोषण का स्तर अब काफी कम हुआ है। इसी क्रम मे जिले के अति कुपोषित बच्चो को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाने के लिए चिकित्साधिकारी को लगातार मानीटरिंग करने के निर्देश दिये गए है।