जिला पंचायत अध्यक्ष ने आंगनवाड़ी भर्ती मे धांधली के लगाए आरोप , विभाग मे मचा हड़कंप
आंगनवाड़ी भर्ती

कोशाम्भी जिले मे चल रही आंगनवाड़ी चयन प्रक्रिया मे धांधली की सभी हद पार हो चुकी है बड़े बड़े रसुखदार और सरकारी महकमे की पत्नियों का कार्यकत्री के पद पर चयन किया जा रहा है इससे पात्र महिलाओ को नौकरी से वंचित होना पड़ रहा है।
जिले मे पिछले वर्ष शासन के आदेश पर 190 पदो पर डीपीओ द्वारा विज्ञापन जारी किया गया था। जिसमे पात्र महिलाओ के अभिलेखो की जांच कर मेरिट लिस्ट जारी की गयी है। लेकिन चयन की गयी महिलाओ मे सारे नियमो को ताक पर रख कर नियुक्ति पत्र दिये जा रहे है।
आंगनवाड़ी भर्ती नियमावली के अनुसार इस भर्ती मे गरीब महिलाओ ,विधवा और तलाक शुदा महिलाओ को वरीयता दी जाती है। लेकिन जिले मे ससुर ग्राम विकास अधिकारी और पति ग्राम पंचायत सदस्य की पत्नी का चयन किया गया है एक अन्य महिला के पति सरकारी अध्यापक है।
चयन प्रक्रिया में हो रही धांधली को लेकर आवेदक महिलाओ ने जिला पंचायत अध्यक्ष से शिकायत की है। इन शिकायतों के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर ने डीएम को जांच कराने का निर्देश दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्री भर्ती मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से विभाग मे हड़कंप मच गया है।
कई आवेदक महिलाओं द्वारा की गयी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर ने भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व अनियमितता करने का आरोप लगाते हुए डीएम को जांच कराने के लिए पत्र भेजा है। उन्होने डीएम को महिलाओ द्वारा दिये गए शिकायती पत्रों को भेजने के साथ निर्देश दिया है कि भर्ती की जांच कराकर कार्यवाही से भी अवगत भी कराया जाए।
सरसवां ब्लाक के लौंगांवा गांव की प्रियंका देवी के शिकायत पत्र के अनुसार बताया गया है कि उनके गाँव मे जिस बरखा देवी का आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद परचयन हुआ है। उस बरखा देवी के पति ग्राम पंचायत सदस्य और ससुर ग्राम विकास अधिकारी हैं।
इसी ब्लाक के डकशरीरा गांव की ललिता देवी ने शिकायती पत्र देकर बताया है कि उनके गाँव मे जिस अंजली देवी का चयन हुआ है उसके पति गुरुकुल महाविद्यालय में सरकारी अध्यापक हैं। अंजली ने आय प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बना कर जमा किया है।