बाल विकास विभाग के नशेड़ी डीपीओ को किया निलंबित
आंगनवाड़ी न्यूज
सिद्धार्थनगर जिले मे बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र को शासन ने अनुशासन हीनता, सुरक्षाचारी आचरण, शासकीय दायित्व के प्रति उदासीनता जैसे गंभीर आरोपों में निलंबित कर दिया है। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी द्वारा जारी पत्र में जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र को 18 दिसंबर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
क्या था मामला ?
जिले में पोषण अभियान के अंतर्गत जिला समन्वयक, ब्लाक समन्वयक दोनों रिक्त पदों पर चयन के लिए डीपीओ ने अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए विकास भवन बुलाया था। 22 नवंबर 2024 को तय समय पर सभी अभ्यर्थी समय पर पहुंच गए लेकिन डीपीओ नहीं पहुंचे।
जब डीपीओ के बारे मे पता किया तो डीपीओ अनुपस्थित रहते हुए अपने आवास पर एल्होहल के नशे की हालत में पाए गए। मजिस्ट्रेट की देखरेख में डीपीओ को के साथ चिकित्सकों, नायब तहसीलदार की टीम के साथ एंबुलेंस मे अस्पताल भेजकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। तो सीएमओ की रिपोर्ट में काफी शराब पीने की पुष्टि हुई।
जिले के डीपीओ कार्यालय मे उपस्थित नहीं होने, शासकीय, विभागीय कार्यों में लापरवाही सहित कई और भी गंभीर आरोप से घिरे है। जिसमे एक बड़ा मामला और भी है पिछले दिनो जिले में कार्यरत 52 सहायिकाओं को फरवरी 2024 में कार्यकत्री के पद पर पदोन्नत किया गया था इनको नियुक्ति पत्र भी दिया जा चुका है।
लेकिन इन 52 वर्करो मे से केवल 10 वर्करो को ही कार्यकत्री का मानदेय दिया जा रहा था बाकी शेष 42 को सहायिका का ही मानदेय दिया जा रहा था। निदेशालय द्वारा बार बार जारी आदेश के बाद भी 52 में से 42 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बिना किसी कारण मानदेय रोक रखा था।
जिलाधिकारी डॉ.राजा गणपति आर ने डीपीओ की कार्यप्रणाली की जांच सीडीओ जयेंद्र कुमार से कराई। सीडीओ द्वारा की गयी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिलाधिकारी डॉ.राजा गणपति आर ने शासन को डीपीओ के अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारी आचरण, शासकीय दायित्वों के प्रति उदासीनता के संबंध मे पत्र भेज कर निलंबित कर दिया।
जिले मे एक वर्ष मे दूसरे निलंबित होने वाले डीपीओ
जिले में एक ही वर्ष के भीतर धर्मेन्द्र कुमार मिश्र दूसरे डीपीओ हैं। इससे पहले अक्तूबर 2023 मे शुभांगी कुलकर्णी भी निलंबित की गई थी जिन्हे सेवानिवृत्ति तिथि के एक सप्ताह निलंबित किया गया था। निलंबन के चार माह बाद धर्मेन्द्र मिश्र को नए डीपीओ के रूप में नियुक्त किया गया था।
जिलाधिकारी डॉ.राजा गणपति आर का कहना है कि अभी किसी डीपीओ की तैनाती नहीं हुई और न ही किसी को अतिरिक्त चार्ज ही दिया गया है। डीपीओ की कार्यशैली व व्यवहार के संबंध में शासन को पत्र भेजकर निलंबित कर दिया है।