आंगनवाड़ी और ग्राम प्रधान के बीच राशन के लिए झगड़ा,नौ माह की गर्भवती घर से भेजेगी फोटो
आंगनवाड़ी पोषाहार न्यूज

मिर्जापुर जिले मे पोषाहार वितरण को लेकर कहा गया है कि नौ माह की गर्भवती महिला को आंगनवाड़ी केंद्र पर राशन लेने के लिए आने की जरूरत नहीं है उस गर्भवती महिला को मोबाइल पर अपना फोटो खींचकर भेजने पर ही राशन मिल जाएगा।
जिले के पथरहिया स्थित विकास भवन के सभागार में आयोजित की गई कार्यशाला में स्टेट टेक्निकल हेडे अमर श्रीवास्तव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत गर्भवती और धात्री महिलाओं को केंद्र पर आने पर ही उन्हें राशन दिया जाएगा।
उन्होने कहा कि वर्तमान समय तक गर्भवती या धात्री महिला के परिवार सदस्यों के पहुंचने पर भी राशन दे दिया जाता था लेकिन नए नियमो के अनुसार लाभार्थी को खुद आंगनबाड़ी केंद्र जाना होगा। शासन ने लाभार्थियो के ‘फेस आथेंटिकेशन और ओटीपी सिस्टम को लागू कर दिया है।
बच्चे और गर्भवती या धात्री महिला के केंद्र पर आने पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी की जाएगी। इस कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा के साथ साथ सभी सेक्टर से एक एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी मौजूद थीं।
बरेली जिले के फतेहगंज मे पश्चिमी के खतोला हुलास कुंवर गांव में प्रधान और आंगनबाड़ी वर्कर के बीच पोषाहार को लेकर काफी झगड़ा बढ़ता जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने सीडीओ से की गई शिकायत मे बताया कि ग्राम प्रधान और महिला समूह की सचिव आपस मे साठगांठ कर पोषाहार को हजम कर रहे है।
शिकायत मे आंगनवाड़ी ने आरोप है लगाया है कि महिला समूह ने पिछले महीने 27 जनवरी को खतोला हुलास कुंवर और उदयपुर बन्नो जान गांव के लाभार्थियों को वितरण के लिए ब्लॉक से पोषाहार का उठान किया था। और इस पोषाहार को ग्राम प्रधान के घर पहुंचा दिया।
15 दिन बीतने के बाद भी जनवरी माह का राशन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर नहीं पहुंचाया गया है जिससे पोषण ट्रेकर पर ऑनलाइन फीडिंग भी नहीं हो सकी है। इस राशन की गड़बड़ी मे फतेहगंज पश्चिमी के सीडीपीओ भी शामिल।
आंगनवाड़ी की शिकायत पर सीडीओ ने राशन गबन की जांच डीपीओ को सौप दी है और कहा है कि जल्द इस मामले की जांच कर निस्तारित कराने के निर्देश दिए हैं।सीडीओ ने आंगनवाड़ी से भी इस मामले की जांच कर कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।