272 आंगनवाडी केंद्रो को लर्निंग कार्नर बनाने के लिए शासन से बजट जारी
आंगनवाड़ी न्यूज
केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत तीन से छह वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्राथमिक शिक्षा देने के लिए ज़ोर शोर से तैयारी चल रही है। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा पहले चरण में प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों का चयन भी कर लिया गया है। इन केन्द्रो को को- लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्र नाम दिया गया है।
सीतापुर जिले मे 272 को लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निग कॉर्नर बनाया जा रहा है। एक आंगनवाड़ी केंद्र को लर्निग कॉर्नर बनाने मे लगभग 8,110 रुपये खर्च किये जाएंगे। इन केन्द्रो मे पढ़ाई करके बच्चो को बड़ा फायदा होगा क्योंकि केंद्र की पढ़ाई के बाद सीधे प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश मिल जायेगा।
जिले के 272 चिन्हित आंगनवाड़ी केन्द्रो में लर्निग कॉर्नर की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इन केन्द्रो मे बच्चो को खेल-खेल में ही पढ़ाई प्ले स्कूल की तर्ज पर कराई जाएगी। लर्निग कॉर्नर बनाने के लिए विद्यालय प्रबंध समिति का गठन किया गया है। इस समिति मे प्रधानाध्यापक, ग्राम प्रधान,आंगनवाड़ी मुख्य सेविका व आंगनबाड़ी कार्यकत्री को पदाधिकारी बनाया गया है।
शासन ने दिशा निर्देश के अनुसार लर्निग कॉर्नर चार चरणों मेंबनाया जायेगा। जिसमे रीडिंग कॉर्नर, आर्ट कॉर्नर, किताब कॉर्नर, प्रदर्शन कॉर्नर का नाम दिया गया है। इन सभी चरणों के लिए खेल और पठान सामाग्री अलग अलग होगी। जिसके लिए किचन सेट, डॉक्टर सेट, भोजन सेट, फू्रट सेट, टेलीफोन सहित अन्य सामग्री समिति के खाते से खरीदी जाएगी।
जिले के बीएसएअखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि लर्निग कॉर्नर के लिए समिति के खातों में शासन द्वारा भेजा गया बजट आ चुका है। अब जिले के सभी बीईओ को निर्देश दे दिये गए है कि वह एसएमसी के माध्यम से जल्द ही इसे स्थापित कर शिक्षण कार्य शुरू किया जाये।