मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को किया जाएगा समाप्त, सुविधाओं के साथ बढ़ेंगे आंगनवाड़ी केंद्र
आंगनवाड़ी न्यूज
छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले में मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है। अब इन मिनी वर्करो को पूर्ण केंद्र का दर्जा मिलेगा। जिससे इन्हे अन्य सुविधाओ का लाभ के साथ साथ इन का मानदेय भी बढ़ जायेगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने बलौदा बाजार जिले में संचालित किये जा रहे 75 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था को खत्म किया है। सभी मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड कर पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र का दर्जा दिया जा रहा है। साथ ही जिले मे आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है
जिले में बाल विकास विभाग द्वारा 75 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया हा रहा है। केंद्र सरकार के निर्देश पर मिनी केन्द्रो को पूर्ण केन्द्रो मे बदला जाना है जिसके लिए शासन द्वारा आदेश जारी किये गए है। जिसके कारण जिले के मिनी केन्द्रो को पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जा रहा है।
अवगत हो कि केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही बाल विकास योजना के तहत जनसंख्या के आधार पर केन्द्रो का संचालन किया जाता है। जिस क्षेत्र मे जनसंख्या कम होती है वहा पर मिनी केन्द्रो का संचालन किया जाता है इन मिनी केन्द्रो पर सिर्फ आंगनवाड़ी कार्यकत्री केंद्र का संचालन करती है।
इन केन्द्रो पर कार्यरत आंगनवाड़ी को मिनी बोला जाता है इसका मानदेय भी पूर्ण कार्यकत्री की अपेक्षा कम होता है साथ ही मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में सहायिका भी उपलब्ध नहीं होती है जबकि कार्य पूर्ण और मिनी कार्यकत्री के एक समान होते है। सहायिका उपलब्ध न होने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकत्री के बाहरी कार्य से जाने पर सेंटर को बंद करना पड़ता है जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में कठिनाई हो रही थी।
देखा जाये तो जिले के कसडोल विकासखंड में सर्वाधिक मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जिन्हे अब पूर्ण केंद्र का दर्जा मिल जायेगा। इसके लिए आंगनवाड़ी केन्द्रो पर सहायिका की भर्ती की जा रही है साथ ही मिनी कार्यकत्री को एक हेल्पर मिलने से कार्य करने मे आसानी होगी साथ ही इन का मानदेय भी पूर्ण कार्यकत्री के समान हो जायेगा।