पोषण ट्रेकर कर रहा आंगनवाड़ी केन्द्रो की निगरानी, 42 कार्यकत्री का,मानदेय रोका
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास विभाग द्वारा अब आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से आंगनवाड़ी वर्करो की उपस्थिती दर्ज की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च की गयी पोषण ट्रेकर एप से अब आंगनवाड़ी केन्द्रो की पूरी गतिविधियो पर नजर राखी जा रही है। दो दिन पूर्व इस एप मे आंगनवाड़ी द्वारा लाभार्थी को राशन वितरण किये जाने की दशा मे लाइव फोटो लेना भी अनिवार्य कर दिया गया है।
महाराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक में संचालित होने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रो की स्थिति बहुत ही खराब मिली है। पोषण ट्रैकर एप द्वारा की गयी निगरानी मे 42 आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिले है। जिसके कारण जिले के विभागीय अधिकारियों ने अब सख्ती करना शुरू कर दिया है।
अब पोषण ट्रैकर एप पर आंगनबाड़ी केंद्र के खुलने और बंद हाेने का फाेटाे अपलाेड किया जाएगा। इसके बाद ही विभाग द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं काे पूरा मानदेय का भुगतान किया जायेगा। आंगनबाड़ी केंद्राें के डिजिटलाइजेशन होने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं की उपस्थिति अब रजिस्टर पर दर्ज नहीं हो रही है।
वर्तमान समय मे बाल विकास विभाग द्वारा निचलौल ब्लॉक में कुल 296 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे है। बुधवार को ब्लॉक में पोषण ट्रैकर एप पर केवल 254 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित दिखाई दे रहे थे और 42 आंगनबाड़ी केंद्र पोषण ट्रैकर एप पर बंद शो हो रहे थे। आंगनवाड़ी केंद्र बंद मिलने की दशा मे आंगनबाड़ी वर्करो के मानदेय भुगतान करने पर रोक लगाई जा रही है।
इस सम्बंध मे बाल विकास परियोजना अधिकारी गुंजनलता श्रीवास्तव का कहना है कि पोषण ट्रेकर एप के सुचारु रूप से संचालन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं को प्रशिक्षको द्वारा ट्रेनिंग दी जा चुकी है। पोषण ट्रेकर एप पर केंद्र को बंद रखना एक बड़ी लापरवाही है।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री अगर अपने केंद्र पर उपस्थित है तो उसे सबसे पहले पोषण ट्रेकर एप पर केंद्र को खुलने के लिए दर्शाया जाना बहुत जरूरी है। अगर आंगनवाड़ी ऐसा नहीं करती है तो विभाग द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर को केंद्र से अनुपस्थित माना जायेगा इस स्थिति मे आंगनवाड़ी के मानदेय को रोका जा सकता है।