आंगनवाड़ी केंद्रों पर होगी तीन माह के पोषाहार की होगी आपूर्ति
आंगनवाड़ी पोषाहार
उत्तरप्रदेश शासन ने बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पुष्टाहार वितरण को लेकर आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश के सभी जिलों में पिछले वर्ष पोषाहार की गुणवत्ता को लेकर कोर्ट मे केस चला गया जिसकी वजह से वितरण प्रक्रिया पर रोक लगा दी गयी थी। जिसके कारण केंद्रों पर वर्ष 2024 के अक्टूबर से दिसंबर तक पुष्टाहार का वितरण नहीं हुआ था।
लेकिन अब नए साल में बच्चो और गर्भवती,धात्री महिलाओं को जनवरी माह से पुष्टाहार मिलना शुरू हो जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चो और गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार का वितरण के लिए शासन ने अभी केवल अगले तीन माह के लिए ही आदेश जारी किया है।
अलीगढ़ जिले में संचालित 3039 आंगनबाड़ी केंद्रों पर करीब 3.5 लाख पंजीकृत बच्चो को कुपोषण से बचाने के लिए पोषाहार का वितरण किया जाता है। माह में एक बार मिलने वाले राशन मे इन लाभार्थियों को दलिया,चने की दाल और तेल दिया जाता है। इन केन्द्रो पर सूखे राशन की आपूर्ति नैफेड और समूह के माध्यम से कराई जाती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकांत राय का कहना है कि बाल विकास निदेशालय ने सभी जिलो मे पुष्टाहार वितरण का आदेश जारी कर दिया है। ये आदेश केवल तीन माह के लिए ही आया है। जनवरी के शुरूआत में ही पुष्टाहार का वितरण करने के लिए राशन की आपूर्ति करने वाली फ़र्मों को पत्र लिखा गया है।
वर्तमान समय मे केन्द्रो के छह माह से तीन साल के बच्चे को एक किलो चना की दाल व 455 ग्राम तेल तीन साल से छह साल के बच्चों को आधा किलो चना की दाल गर्भवती महिलाओं को एक किलो चना की दाल व 455 ग्राम तेल मिलता है।
जबकि अतिकुपोषित बच्चों को हर महीने दो किला चना की दाल व 455 ग्राम तेल दिया जा रहा है। जिसके कारण सितंबर 2024 में जिले के 1677 सैम श्रेणी के बच्चो की संख्या अब 2000 हो गयी हैं। आंगनवाड़ी केन्द्रो मे इस सूखे राशन का वितरण माह में एक बार किया जाता है।