प्रदेश की योगी सरकार ने आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पंजीकृत बच्चो को हॉटकुक्ड योजना के तहत गर्म भोजन देने की योजना शुरू की थी। इस योजना को लागू हुए लगभग दो साल बीत चुके है लेकिन अभी भी प्रदेश मे इस योजना को शत प्रतिशत लागू नहीं कराया जा सका है।
इस योजना को लागू करने के लिए शासन और जिला स्तर पर बड़ी बड़ी घोषनाए की जाती है लेकिन हकीकत मे धरातल पर समस्याओ का अंबार लगा हुआ है। को लोकेटेड केन्द्रो पर गर्म भोजन स्कूल की रसोइये द्वारा बनाया जाता है लेकिन किराए के केन्द्रो और आंगनवाड़ी भवनो मे संचालित केन्द्रो पर बच्चो कों गर्म भोजन से वंचित होना पड़ रहा है।
हरदोई जिले के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक मे जिले के पिहानी, कोथावां, अहिरोरी ब्लॉक के कई आंगनवाड़ी केंद्रों मे पर हॉटकुक्ड मील न बनने पर इन ब्लॉक के सीडीपीओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए है। डीएम द्वारा सख्त निर्देश देते हुए कहा गया है कि अगर कार्यो मे सुधार नहीं किया गया तो निलंबित करने की कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा है कि हॉटकुक्ड योजना के तहत बच्चो को गर्म भोजन देने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर केवल स्टील के बर्तन ही ख़रीदे जाएं। बच्चो को भोजन देने मे एल्यूमिनियम या अन्य प्रकार के बर्तन मिलने पर सीडीपीओ की जवाबदेही तय की जाएगी।
डीएम ने कहा है कि कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत पात्र किशोरियों के फॉर्म समय से भरे। सरकार की इस योजना का सभी हॉस्पिटल में पम्पलेट लगाकर प्रचार प्रसार करते हुए लाभ दिलाये। जिले के कोटेदारों, आंगनबाड़ी और आशाओं का सहयोग लिया जाये।