आंगनबाड़ी केंद्रों पर एफआरएस लागू होने से सास,नन्द या पड़ोसी को नहीं मिलेगा राशन
आंगनवाड़ी न्यूज

केंद्र सरकार के आदेश के बाद देश के सभी राज्यो मे संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियो को पोषाहार वितरण की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब फेशियल रिकाग्निशन सिस्टम (एफआरएस ) लागू होने से बच्चो, गर्भवती और धात्री महिलाओं को चेहरा सत्यापन के बाद ही पोषाहार के पैकेट वितरण किये जाएंगे।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब पोषाहार देने की प्रक्रिया में बदलाव करने के बाद लाभार्थी बच्चे के अभिभावक या महिला के संबंधी जिसमे सास ननंद या अन्य रिश्तेदारों को पोषाहार नहीं दिया जाएगा। इससे लाभार्थियो को मिलने वाले सरकारी राशन वितरण मे पारदर्शिता बढ़ेगी।
पोषाहार वितरण की नई व्यवस्था शुरू करने से आंगनवाड़ी केन्द्रो मे समस्याए भी खड़ी हो गयी है। इस फेशियल रिकाग्निशन सिस्टम (एफआरएस ) लागू करने के बाद बाल विकास से जुड़े सभी कर्मियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण देकर केन्द्रो मे पंजीकृत लाभार्थियो की केवाईसी के कार्य को तेज कर दिया गया है। बाल विकास ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण व्यवस्था में बदलाव करते हुए चेहरा मिलान की व्यवस्था शुरू कर दी है । इससे सिर्फ लाभार्थियो को ही राशन दिया जायेगा।
अब से पहले आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरण होने वाले ,टीएचआर पोषाहार लेने के लिए लाभार्थियो के परिजन ही केंद्र पर जाकर राशन रिसिव कर लेते थे। जिससे आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत धात्री, गर्भवती महिलाओं को जाना नहीं पड़ता था। लेकिन अब इस व्यवस्था मे बदलाव कर दिया गया है।
शासन द्वारा इस ई केवाईसी व्यवस्था से आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत गर्भवती तथा धात्री महिलाओं और बच्चो के संबंधित दस्तावेजों का मिलान किया जायेगा। आधार कार्ड से लाभार्थी का चेहरा मिलान करके मातृत्व जननी कार्ड आदि को डिजिटल किया जाएगा।