खराब पोषाहार को मिट्टी मे दबाने वाली आंगनवाड़ी की सेवा समाप्त
बदायूं जिले के उझानी ब्लॉक में पांच महीने तक पोषाहार का वितरण न करने और उसे मिट्टी में दबाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम सागर की सेवा समाप्त कर दी गई है। आंगनवाड़ी पर राशन गबन और पोषाहार फेंकने की शिकायत पर गठित जांच कमेटी में सत्य पायी गयी है।
उझानी ब्लाक के गांव गिरधरपुर मे आंगनवाड़ी केंद्र पर नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम सागर की शिकायत के आधार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार ने सोमवार को सेवा समाप्त का आदेश जारी कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी पूनम सागर पर ग्रामीणो द्वारा पोषाहार फेंकने व गबन की शिकायत की गई थी। आंगनवाड़ी द्वारा चना की दाल के आधा किलो वाले 36 पैकेट, दलिया के डेढ़ किलो वाले 27 पैकेट दलिया एक किलो वाले 42 पैकेट, दलिया पांच सौ ग्राम वाले 36 पैकेट, रिफाइंड आयल 500 ग्राम वाले 69 पैकेट मिट्टी में दबे हुए प्राप्त हुए है।
शिकायत के आधार पर राशन गबन की जांच के लिए गठित कमेटी मे बीडीओ उझानी व सीडीपीओ वजीरगंज एवं कादरचौक को शामिल किया गया था । गठित कमेटी की जांच में आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा पांच माह से अधिक समय तक अपने पास पोषाहार रखे रहने और लाभार्थियों में वितरण न करने की पुष्टि की गयी। वितरण न करने के कारण राशन खराब हो गया था जिसे आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने मिट्टी मे दबाया था।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री पूनम ने डीएम को दिये अपने बयान मे कहा कि पोषाहार बारिश में भीग गया था। इसलिए उन्होंने खराब राशन का वितरण नहीं किया। इस खराब राशन को उन्होने पांच महीने तक मिट्टी में दबाने का प्रयास किया गया था।