आंगनवाड़ी वर्करों को प्री प्राइमरी और पोषण ट्रेकर का तीन दिवसीय प्रशिक्षण
देवरिया जिले मे बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रो मे पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का प्रशिक्षण से क्षमता वर्धन किया जा रहा है। जिले की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें इस योजना का क्रियान्वयन कराया जाएगा।
वर्तमान समय मे जिले में बाल विकास विभाग द्वारा कुल 3243 आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है। इन केंद्रों पर कार्यरत 2708 आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा केंद्रों पर 3 से 6 वर्ष के लगभग 1 लाख 53 हजार नौनिहालों को प्री एजुकेशन के तहत शिक्षा दी जा है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत केंद्र सरकार के पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
आंगनवाड़ी को प्रशिक्षकों द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण देते हुए पहले दिन नई शिक्षा नीति के बारे में, दूसरे दिन पोषण व स्वास्थ्य के बारे में तथा तीसरे दिन शिक्षा पढ़ाई के साथ-साथ तकनीकी दक्षता का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की क्षमता वृद्धि के साथ-साथ पोषण और पढ़ाई के सामंजस्य को समझने के लिए यह प्रशिक्षण बहुत जरूरी है।
जिले की आंगनवाड़ी वर्करो को आठ से दस प्रशिक्षकों द्वारा गर्भवती, धात्री व बच्चों के पोषण के बारे में जानकारी और पढ़ाई के साथ ही तकनीकी दक्षता विकास करने की जानकारी दी जा रही है। इस कार्यक्रम मे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लाभार्थियों की पोषण निगरानी और पोषण ट्रैकर पर फीडिंग करने के बारे मे भी प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि आंगनवाड़ी को डब्ल्यूएचओ, बेसिक शिक्षा विभाग के ईसीई ट्रेनर स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास विभाग के कर्मचारी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इस पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्री को प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।