केंद्रीय बाल विकास राज्य मंत्री ने ‘पोषण भी पढाई भी’ के बारे दी बड़ी जानकारी

केंद्रीय बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने ‘पोषण भी पढाई भी’ के बारे मे राज्यसभा में एक बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी केन्द्रो के छह वर्ष से कम उम्र के बच्चों दिव्यांग सहित को प्रारंभिक बाल्यावस्था की देखभाल और शिक्षा तथा पोषण सेवा प्रदान करने के लिए 10 मई 2023 को सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कौशल उन्नयन के लिए ‘पोषण भी पढाई भी’ (पीबीपीबी) की शुरुवात की थी।
बाल विकास विभाग द्वारा 19 मार्च 2025 तक, ‘पोषण भी पढाई भी’ कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए देश भर में कुल 36,027 राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों (सीडीपीओ, पर्यवेक्षकों ) और 3,11,299 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है।
आंगनवाड़ी केन्द्रो को एक शिक्षण केंद्र में बदलने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता को बढ़ाने के उद्देशय से उच्च गुणवत्ता वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर, खेल के उपकरण से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए एमडब्ल्यूसीडी संस्था दो स्तरीय प्रशिक्षण के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
एनआईपीसीसीडी को देश भर में स्थित पांच क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से ‘पोषण भी पढाई भी’ के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण का काम सौंपा गया है। पहले चरण मे एनआईपीसीसीडी द्वारा पांच क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से सीडीपीओ, पर्यवेक्षकों और राज्य-नामित अतिरिक्त संसाधन व्यक्तियों सहित राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स (एसएलएमटी) का प्रशिक्षण किया गया है।
इन सभी कर्मी और अधिकारियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से हाइब्रिड मॉडल में 2 दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही दूसरे चरण मे देश भर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए भौतिक मोड में एसएलएमटी द्वारा 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा।
केंद्रीय बाल विकास मंत्रालय ने पोषण भी पढ़ायी भी कार्यक्रम के तहत दो पाठ्यक्रम- “नवचेतना- जन्म से 3 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था प्रोत्साहन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम” और “आधारशिला- 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम” विकसित किए हैं।
राष्ट्रीय पाठ्यक्रम “आधारशिला”
आंगनवाड़ी केंद्रों में जाने वाले 3-6 वर्ष की आयु के सभी बच्चों के लिए प्रारंभिक बचपन की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करता है। इस कार्यक्रम मे उम्र के अनुसार उपयुक्त गतिविधियों और आकलन के साथ आसान योजना बनाने में सक्षम बनाना और स्वदेशी खिलौनों और कम लागत वाली, बिना लागत वाली सामग्रियों के उपयोग पर जोर देना है।
इस योजना को 4+36+8 सप्ताह में विभाजित करते हुए जिसमे 36 सप्ताह शिक्षण के, 4 सप्ताह दीक्षा के और 8 सप्ताह सुदृढ़ीकरण के होंगे। प्रत्येक सप्ताह को 5+1 दिनों में विभाजित किया जाता है जिसमे 5 दिन परिचय और गतिविधियों के अभ्यास के लिए और एक दिन साप्ताहिक सुदृढ़ीकरण के लिए तय किया गया है। इस कार्यक्रम मे हर दिन के 3 ब्लॉक जिसमे एक स्वागत और मुक्त खेल के लिए, एक सीखने और गतिविधियों के माध्यम से खेलने के लिए और एक चिंतन तथा समापन के लिए निर्धारित किया गया है।