आंगनवाड़ी मे नौकरी लगाने के नाम पर रिश्वत लेते सीडीपीओ का वीडियो वायरल
आंगनवाड़ी भर्ती 2024

प्रदेश मे चल रही आंगनवाड़ी भर्ती मे धांधली की हर जिले से शिकायत आना आम बात हो गयी है आवेदक महिलाओ द्वारा जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेकर भर्ती कराने की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया मे खूब वायरल हो रही है। लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है जबकि जिले के डीपीओ का एक ही बहाना होता है कि शिकायत मिली है और जांच कराएंगे।
बरेली जिले मे एक आवेदक महिला द्वारा आलमपुर जफराबाद ब्लॉक के प्रभारी सीडीपीओ कृष्ण चंद्र को आंगनबाड़ी में भर्ती कराने के नाम पर रिश्वत लेने का सोशल मीडिया मे वीडियो वायरल हो रहा है। इस विडियो मे महिला द्वारा कहा जा रहा है पैसे चेक कर लीजिये। उसके बाद सीडीपीओ ने बिना गिने पैसे गाड़ी मे रख लिए ।
जिले मे इससे पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती मे धांधली को लेकर काफी शिकायते भेजी गयी है लेकिन अधिकारियों द्वारा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। इसके बाद अब सीडीपीओ द्वारा रुपये लेते हुए वायरल वीडियो ने विभाग द्वारा निष्पक्ष भर्ती के दावे की पूरी पोल ही खोल दी है। अब सिर्फ कार्यवाही के नाम पर अधिकारी एक-दूसरे को बचाने में लगे हुए हैं।
जिले मे शासन के निर्देश पर चल रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पदों पर भर्ती की जा रही है जिसमे सरकार ने भर्ती को पारदर्शिता बनाने और निष्पक्ष करने के लिए ऑनलाइन की व्यवस्था की थी। लेकिन जिले के विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियो ने इस भर्ती में आवेदक महिलाओ से जमकर रिश्वतख़ोरी की है।
जिन महिलाओ का चयन हो गया है वो महिलाए खुश है लेकिन जिन महिलाओ का पैसे देने के बाद भी चयन नहीं हुआ वो महिलाए आंगनवाड़ी भर्ती मे चयन के मानकों का हवाला देते हुए आरोप लगा रही है कुछ महिलाए पात्र होने के बाद भी मेरिट लिस्ट से बाहर कर दी गयी है।
जिस महिला का वीडियो वायरल हो रहा है वो महिला गांव टिटौली निवासी वीरवती की है। महिला द्वारा कहा गया है कि सीडीपीओ ने आंगनवाड़ी मे नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी, जिसमें 17 हजार रुपये एडवांस दिये गये थे। वीरवती द्वारा पैसे देते हुए वीडियो बनाया गया था। पैसे देने के बाद भी चयन नहीं होने के कारण महिला ने सीडीपीओ से पैसे वापस मांगे तो देने से इनकार कर रहे हैं।
वीरवती ने पैसे लेने की शिकायत डीएम से की है। अब इस सम्बंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में आया है। इस प्रकरण की जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।