एक साल का बकाया मानदेय लेने पहुंची विधवा आंगनवाड़ी को गाली देकर भगाया
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास मे मानदेय पर कार्य करने वाली आंगनवाड़ी वर्करो को मानदेय देने के लिए कितना परेशान किया जाता है इसका भी कोई अंत नहीं है जिला स्तर पर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से एक विधवा आंगनवाड़ी सहायिका मात्र तीन हजार के लिए चक्कर लगा रही है।
हापुड़ जिले मे बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव कटीरा जाफराबाद निवासी विधवा सुरजो अपने गांव के ही आंगनवाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर कार्यरत है। लेकिन उन्हे पिछले एक वर्ष से विभागीय कार्य करने के बाद भी मानदेय नहीं दिया जा रहा है।
मानदेय न मिलने से आंगनवाड़ी की घर की माली हालत खराब हो चुकी है।आंगनबाड़ी सुरजो विभाग के काम को करने के बाद भी मानदेय न मिलने पर जब बाल विकास कार्यालय मे मानदेय की मांग करने लगी तो आंगनबाड़ी सहायिका को रिटायर करने की बात कहकर बैरंग लौटा दिया गया।
आंगनवाड़ी सुरजो ने बताया कि वह बाल विकास मे आंगनबाड़ी सहायिका के रूप में कार्यरत है लेकिन उसे पिछले वर्ष से मानदेय नहीं दिया जा रहा था। जब वह 25 अक्तूबर को सीडीपीओ मीनाक्षी के पास मानदेय न मिलने की बात बताई तो सीडीपीओ ने बताया कि तुम्हें जवाब दिया कि तुम्हें विभागीय स्तर से नौ जनवरी 2024 में रिटायर्ड कर दिया गया था।
आंगनवाड़ी का कहना है कि उसे रिटायर करने की कोई सूचना भी नहीं दी गयी और रिटायर करने के बाद भी उससे निरंतर कार्य कराया जा रहा था। अब पीडि़त विधवा महिला ने मानदेय को लेकर डीएम से शिकायत की है और तहसील प्रशासन को पत्र देकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
पीडि़ता सुरजो ने बताया कि विभागीय अधिकारी उनसे लगातार कार्य करा रहे थे जब मानदेय लेने के लिए कार्यालय गयी तो वहा से उसे गाली गलौज करते हुए बाहर खदेड़ दिया गया। इस संबंध मे एसडीएम साक्षी शर्मा ने बताया कि आंगनवाड़ी द्वारा शिकायत मिली है इसकी पूर्ण जांच कराकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
ये भी पढे ….यूपी के इस जिले मे बनेगी आंगनवाड़ी के बच्चो की अपार आई डी
आंगनवाडी ने किया समूह की महिलाओं से 50 लाख रुपए का गबन
छोटे बच्चो की ज़िम्मेदारी आंगनवाड़ी के कंधो पर,हर बैच मे होगा 100 आंगनवाड़ी का प्रशिक्षण