समूह से वापस लेकर नैफेड को सौंपा पोषाहार की आपूर्ति का जिम्मा
आंगनवाड़ी न्यूज
अम्बेडकरनगर जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर समूह द्वारा सही समय पर वितरण करने के कारण पुष्टाहार की सप्लाई करने पर रोक लगा दी गयी है। अब आंगनवाड़ी केन्द्रो पर राशन की आपूर्ति नैफैड द्वारा ही की जायेगी।
स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थापित चार लघु उद्योग को आंगनवाड़ी केन्द्रो पर राशन वितरण की ज़िम्मेदारी दी गयी थी। लेकिन समूह द्वारा राशन की उपलब्धता और वितरण कार्य सही ढंग से नहीं किया जा रहा था जिसकी वजह से आंगनवाड़ी केन्द्रो से लाभार्थियो की शिकायत आने के कारण ये ज़िम्मेदारी दुबारा नैफेड को सौंप दी गई है।
बाल विकास विभाग द्वारा वर्तमान समय मे जिले में 2551 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं। विकास खंड क्षेत्र अकबरपुर के आंगनवाड़ी केन्द्रो पर क्षेत्र में स्थापित अन्नपूर्णा महिला लघु उद्योग पर आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पुष्टाहार पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गयी थी।
जबकि सवेरा प्रेरणा महिला लघु उद्योग कटेहरी व भीटी तथा अमर प्रेरणा महिला लघु उद्योग से जलालपुर व संघर्ष प्रेरणा महिला लघु उद्योग से जहांगीरगंज और रामनगर में स्थित केन्द्रों पर पुष्टाहार पहुंचाने की ज़िम्मेदारी दी गयी थी।
जिले के बाकी विकास खंड में नैफेड द्वारा राशन की सप्लाई की जा रही थी। जिन क्षेत्रो मे स्वयं सहायता समूह को सप्लाई करने का जिम्मा दिया गया था उन क्षेत्रो मे आंगनवाड़ी केन्द्रो पर राशन की कमी के चलते शिकायते बढ़ रही थी।
लाभार्थी को सही समय पर राशन मिले इसी को देखते हुए शासन ने समूह द्वारा राशन की सप्लाई करने पर रोक लगा दी और जिले के सभी नौ विकास खंडों के 2551 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर जुलाई, अगस्त व सितम्बर माह का राशन वितरण के लिए नैफेड को ज़िम्मेदारी दी गयी है।
अवगत हो कि प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पंजीकृत लाभार्थियो का कुपोषण दूर करने के लिए निशुल्क पोष्टिक आहार दिया जाता है। जिसमे हर महीने गर्भवती व धात्री महिला को डेढ़ किलो दलिया, एक किलो चना दाल व 455 ग्राम खाद्य तेल दिया जाता है।
साथ ही छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को एक किलो दलिया, एक किलो चना दाल व 455 ग्राम खाद्य तेल तथा तीन से छह वर्ष के बच्चों को आधा किलो गेहूं की दलिया व आधा किलो चना दाल का वितरण किया जाता है। अति कुपोषित श्रेणी के बच्चों को डेढ़ किलो गेहूं की दलिया, दो किलो चना दाल व 455 ग्राम तेल का वितरण किया जाता है।