अधिकारियो और माननीयो में आंगनवाडी केन्द्रों को गोद लेने की लगी ललक , आंगनवाडी केन्द्रों को बना दिया धान क्रय केंद्र
आंगनवाडी न्यूज़
ललितपुर जनपद में शासन के निर्देश पर 99 आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनवाडी केंद्र बनाने के लिए चयनित किया गया है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित जिलास्तरीय अधिकारियों ने इन चिह्नित आंगनवाडी केंद्रों को गोद लिया है। सभी माननीय व अधिकारियो के हिस्से में तीन-तीन आंगनवाडी केंद्र आए हैं। इनको बेहतर बनाने के साथ आधारभूत संरचना व संसाधन के आधार पर अंकों का आवंटन भी होगा।
जिले में वर्तमान समय में 1124 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इनमें से 99 आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनवाडी केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र के लिए मानक तय किए गए हैं। अंकों के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श घोषित किया जाएगा। आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र के लिए कुल 100 अंकों में से 80 अंक होना आवश्यक है।
आधारभूत संरचना व संसाधन के 30 अंक रखे गए हैं। इनमें विद्युतीकरण के 10 अंक, पेयजल के 10 अंक, शौचालय के 10 अंक हैं। लाभार्थी को सेवाएं व उसकी स्थिति के 30 अंक निर्धारित किए गए हैं। इनमें बच्चों के पोषण स्तर के 10 अंक, अनुपूरक पुष्टाहार के 10 अंक, सामुदायिक आधारित गुणवत्ता आयोजन के 10 अंक हैं। ईसीसीई (अरली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन) के 30 अंक आवंटित हैं। इनमें ईसीसीई नियमित आयोजन के 10 अंक, पीटीएम (पेरेंट्स मीटिंग)के 10 अंक, प्री स्कूल किट के 10 अंक, ईसीसीई सामग्री के 10 अंक हैं। आंगनबाड़ी कार्यक्षमता के 10 अंक रखे गए हैं। चिह्नित केंद्रों को इस माह के अंत तक आदर्श बनाने की कार्रवाई पूर्ण कर ली जाएगी। जिन अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने केंद्र गोद ले रखे हैं,वह संचालन की स्थिति आंकलन कर अंक आवंटित कर रहे हैं।
अधिकारियो व जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिए गये आंगनवाडी केंद्र
अधिकारी व माननीय | ग्राम |
राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ | साढूमल, सैदपुर, |
सदर विधायक रामरतन कुशवाहा | पटौरा कला व पटौरा खुर्द, रैदासपुरा |
जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण निरंजन | खितवांस, टेनगा, सतरवांस |
डीएम आलोक सिंह | बम्होरीकला, सौरई |
सीडीओ अनिल कुमार पांडेय | लखनपुरा, मसौराकला |
बीएसए | नगरयाना,नत्थीखेड़ा |
डीडीओ | जाखलोन |
जिला विद्यालय निरीक्षक | टूड़ासर, मोतीखेड़ा, धमना |
जिले के आठ सौ आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेकर बनाया जायेगा सुदृढ़
बलरामपुर जनपद के आठ सौ आंगनबाड़ी केन्द्रों का कायाकल्प बदला जायेगा। प्रशासन ने इन आंगनवाडी केन्द्रों में पंजीकृत तीन से छह साल तक के बच्चों को ककहरा सिखाने की तैयारी पूरी कर ली है। स्वयं सेवी संस्थाएं, शैक्षिक संगठन, जन प्रतिनिधि व अधिकारी केन्द्रों को गोद लेकर शैक्षिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में सहयोग करेंगे। बच्चों के पोषण पर भी ध्यान दिया जाएगा।
जिले की 10 बाल विकास परियोजना में 1882 आंगनबाड़ी केन्द्रों संचालित किये जा रहे है। लेकिन इन आंगनबाड़ी केन्द्र के अपने मात्र 757 केंद्र ही विभागीय भवनों में संचालित होते हैं। जबकि 1360 प्राथमिक विधालय और 90 आंगनवाडी केन्द्र कम्युनिटी केन्द्रों में चल रहे हैं। इन सभी आंगनवाडी केन्द्रों पर तीन से छह वर्ष तक के एक लाख 17 हजार 148 बच्चे पंजीकृत है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी निहारिका विश्वकर्मा का कहना है कि 800 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद दिलाकर उनकी दशा में सुधार किया जाएगा। एक स्वयं सेवी संस्था व शैक्षिक संस्था तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद ले सकेंगी। उन्होंने बताया कि छह माह में जरूरी मानकों को पूरा कर लिया जाएगा।उसके बाद आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना होगी। जिला पोषण समिति आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों को चिन्हित कर घोषित किया जाएगा। आंगनवाडी भवनों की दशा भी सुधारी जाएगी। इसके लिए बजट का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
आंगनवाडी केन्द्रों को बना दिया धान क्रय केंद्र
पीलीभीत जनपद के बिलसंडा क्षेत्र में लाखों की लागत से गांवों में बनाये गए मिनी सचिवालय और आंगनबाड़ी केन्द्रों में अफसरों की बिना अनुमति के धान क्रय केंद्र खोल दिये गए हैं।
जनपद के बिलसंडा ब्लाक क्षेत्र के गांव पस्तौर कुईया, हेमपुर, ईशापुर में धान क्रय पिछले एक माह से मिनी सचिवालय में तो घनश्यामपुर में आंगनबाड़ी केन्द्र में संचालित किया जा रहा है।आंगनवाडी केंद्रों के कमरों में धान खरीद कर लगा दिया गया। केंद्र प्रभारियों ने संबधित गांवों के प्रधानों को बिना किसी आदेश के यह कहकर भर्मित किया जा रहा hai कि इन बिल्डिंगों में खरीद के आदेश प्रशासन से हैं। जबकि ऐसा कोई आदेश जारी ही नहीं हुआ। डीपीआरओ और डीपीओ ने 24 घण्टे में क्रय केंद्र खाली कराने के निर्देश अधीनस्थों को दिए हैं।
इस सम्बन्ध में डीपीआरओ वाचस्पति झा ने कहा है कि पंचायत विभाग से बनी किसी भी बिल्डिंग में धान खरीद के कोई आदेश नहीं हैं। जो ऐसा बोल रहा है वो गलत है। 24 घण्टे में बिल्डिंग खाली कराने के निर्देश दिए गये हैं। दोबारा ऐसा पाए जाने संबंधित सचिव जिम्मेदार होंगे।