संभल जिले मे आंगनवाड़ी संघ द्वारा गुन्नौर के बाल विकास परियोजना अधिकारी आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार और पुष्टाहार वितरण में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया है।
इस सम्बंध मे सीडीओ भरत कुमार मिश्र ने आंगनवाड़ी के द्वारा लगाए आरोपों की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया है। इस जांच टीम मे एआर कॉऑपरेटिव और एडीपीआर ओ अधिकारी इसकी जांच कर रिपोर्ट भेजेंगे।
जिले मे उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष मनोरमा यादव ने गुन्नौर के सीडीपीओ आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार और पुष्टाहार वितरण में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए सीडीओ के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया।इस शिकायत पत्र मे आशीष पटेल के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करने की मांग की गयी थी।
जिलाध्यक्ष मनोरमा यादव ने अपने शिकायत पत्र मे कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रो पर मिलने वाले चावल का उठान राशन डीलर से न कराकर गुन्नौर के सीडीपीओ अन्य आंगनबाड़ी विमलेश यादव से उठान कराते हैं। और जब खाद्यान्न का उठान होता है उस समय आंगनवाड़ी से एक हजार रुपये सुविधा शुल्क के नाम पर लिया जाता है।
सीडीपीओ के भ्रष्टाचार का आलम ये है कि कुछ आंगनबाड़ी को राशन भी नहीं दिया जाता उस आंगनवाड़ी को राशन न देकर बाजार में बेच दिया जाता है। जबकि उस आंगनवाड़ी को लाभार्थियो की नजर मे चोर साबित होना पड़ता है।
सीडीपीओ के भ्रष्टाचार की लिस्ट बहुत बड़ी है। कार्यालय के लॉग बुक में क्षेत्रो मे फर्जी भ्रमण दिखाकर गाड़ी के नाम पर मिलने वाली धनराशि हड़प की जातीहैं।
साथ ही शासन से मिलने वाला कार्यालय का किराया भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से वसूल किया जाता है। मनोरमा यादव द्वारा लगाए गए आरोप पत्र मे सीडीपीओ के भ्रष्टाचार की पूरी पोल खोल दी हैं।
सीडीओ भरत कुमार मिश्र का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष मनोरमा यादव द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। सीडीपीओ पर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए दो सदस्य टीम गठित की गई है।
टीम द्वारा जांच रिपोर्ट के बाद आरोप साबित होने पर आशीष पटेल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।