आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो का पोर्टल पर पंजीकरण में लापरवाही
आंगनवाडी न्यूज़
सोनभद्र जिले के बभनी में पुलिस ने गस्त के दौरान 42 बोरी पुष्टाहार बरामद किया था । जिसकी सूचना बाल विकास विभाग को दी,गयी थी लेकिन बाल विकास विभाग ने यह पुष्टाहार अपना न मानते हुए हाथ खड़े कर लिए है । शनिवार को गस्त के दौरान संदिग्ध वाहनों की जांच में पुलिस ने पिकअप वाहन को रोककर जांच किया तो उसमें पुष्टाहार की 42 बोरियां बरामद हुई। जिसका कागजात चालक नहीं दिखा सका। बाल विकास विभाग द्वारा यह पुष्टाहार सरकारी न होने की सूचना के बाद सोमवार को पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है। सोमवार को पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
स्थानीय प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बाल विकास विभाग को पुष्टाहार बरामदगी प्रकरण की जानकारी दी थी । लेकिन कई दिन बीतने के बाद बाल विकास विभाग ने कोई रूचि नही दिखाई । पुष्टाहार विभाग ने सरकारी पुष्टाहार न होने की बात लिखित रुप में पुलिस को दे दिया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दो अभियुक्तों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। गिरफ्तार चालक बोदल का चालान कर दिया गया
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सूत्रों की माने तो जिले स्तर पर सरकारी पुष्टाहार की कालाबाजारी होती है। इसके पूर्व भी पुलिस ने आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो को मिलने वाले पुष्टाहार को बरामद किया था।। जिसकी वजह से जिले में कुपोषणग्रस्त बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे एक प्रमुख वजह पुष्टाहार के वितरण में हो रही धांधली है।
आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो का पोर्टल पर पंजीकरण में लापरवाही
बांदा नयी शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों का बेसिक शिक्षा विभाग के प्रेरणा पोर्टल पर पंजीकरण किया जाना है। इसके तहत जनपद के महुआ ब्लाक में 23 सौ बच्चों का पंजीकरण का लक्ष्य दिया गया था । लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक मात्र 370 बच्चों का पंजीकरण हो सका है। संकुल की बैठक में बीईओ ने प्रधानाध्यापकों को फटकार लगाते हुए लक्ष्य की पूर्ति समय से करने को कहा है। शासन के लाख प्रयास के बाद भी परिषदीय स्कूलों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। कहीं शौचालय बदहाल हालत में हैं तो कही पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर दिए जाने वाले निर्देश भी काम नहीं आ रहे हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार पटैरिया का भी यही मानना हैं कि बीआरसी की प्रगति रिपोर्ट 68 प्रतिशत खराब है। बैठक में संकुल बैठक में प्रधानाध्यापकों से जानकारी लेते स्कूलों की स्थिति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कई विद्यालयों में शौचालय बदहाल अवस्था में हैं। विवेकाधीन कोष के तहत मिलने वाले पांच हजार रुपये से सही किया जा सकता है। प्राथमिक विद्यालय वंशीभाट का पुरवा की प्रधानाध्यापक वंदना ने स्कूल में बाउंड्री न होने से समस्या बताई। जिस पर बीईओ ने विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराए जाने की बात कही ।
संकुल प्रधानाध्यापक सुधीर श्रीमाली ने शिक्षा मित्रों द्वारा आदेशों की अवहेलना कर शिक्षण कार्य न किए जाने की बात कही। निर्देशों को लिखित में देकर कार्य करने को कहा जाए, अगर फिर भी नहीं मानते हैं। तो कार्रवाई की जाएगी।