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आंगनवाडी वर्करो की लखनऊ से होगी निगरानी ,मोबाइल मिलते ही आंगनवाडी के उड़े होश

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सीडीपीओ ने मांगी स्कूल न जाने वाली किशोरियों की डिटेल

सीतापुर गोंदलामऊ बीआरसी पर आंगनबाड़ी कार्यक्त्रिस्रयों के साथ सीडीपीओ व खंड शिक्षा अधिकारी ने बैठक की। इस दौरान आंगनबाड़ी क्षेत्र में स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं के बारे में सीडीपीओ ने जानकारी ली। गोंदलामऊ बाल विकास परियोजना अधिकारी अजीत वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आंगनबाड़ी क्षेत्र में स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं को जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया है। और समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से स्कूल न जाने वाली बालिकाओं की डिटेल मांगी है। उन्होंने बताया कि उपस्थित आंगनवाडी कार्यकत्रियो व अध्यापकों को एक प्रोफार्मा दिया गया है जिस पर उन्हें बताना होगा किस क्षेत्र में किस कारण किशोरी व बालिका स्कूल नहीं जा सकी है। उन्होंने बताया कि 11 से 14 वर्ष तक की स्कूल न जाने वाली बालिकाओं का अब विद्यालय में प्रवेश हो सकेगा। इस दौरान खंड शिक्षा अधिकारी की मौजूदगी में 10 शिक्षिकाओं को भी इस कार्यक्रम में लगाया गया है।

आंगनवाडी केन्द्रों पर मनाये जायेंगे महोत्सव

मिर्जापुर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा ने बताया कि शासनस्तर से आदेश मिलते ही जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को 16 नवम्बर से पूर्व की भांति खोल दिया गया है। इससे आंगनबाड़ी केंद्रों पर चहल पहल बढ़ गई है। बाल विकास विभाग के प्रदेश स्तर के निदेशक कपिल सिंह ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 25 नवम्बर तक अमृत महोत्सव का आयोजन करने का निर्देश दिए है। इस सम्बन्ध में सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविकाओं व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अवगत करा दिया गया है। सभी केंद्रों पर टाइम टेबल के अनुसार कार्यक्रमों का आयोजन होगा। जिले के सभी 2668 केन्द्रों पर 25 नवंबर तक अमृत महोत्सव का आयोजन करेगा। इस दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रतिदिन सौ महिलाओं को जागरूक करने की व्यवस्था की गई है।

मेले में आयोजित होंगी गतिविधियां

06 माह तक पूर्ण स्तनपान के लिये सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को केंद्रों पर परामर्श दिया जायेगा।

06 माह से 02 वर्ष के बच्चों को उपरी आहार दिये जाने के सही तरीकों के बारे में विस्तारपूर्णक समझाया जायेगा।

समुदाय आधारित गतिविधि के अन्तर्गत अन्नप्रशासन एवं सुपोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा।

ऐसी माताओं का पहचान करना जिनके 0 से 02 वर्ष के बच्चें सुपोषित है और उनके द्वारा बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए अपनायी गई विधियों के बारे में भी बताया जायेगा। हर केंद्रों पर महोत्सव के दौरान बच्चों का वजन, लम्बाई, उंचाई लेना, अल्पवजन आदि चिन्हित होंगे।

हाथरस की आंगनवाडी ने किया जिले का नाम रोशन

हाथरस  जनपद के सासनी तहसील की गांव सठिया की आंगनवाड़ी प्रेमलता ने गांव के लिए ही नहीं ब्लॉक के लिए भी एक मिसाल के रूप में जानी जा रही हैं। सीडीपीओ धीरेंद्र उपाध्याय कहते हैं कि जिस तरह से आंगनवाड़ी प्रेमलता अपनी मेहनत से गर्भवती धात्री व 6 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण से बचाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। इसी तरह यदि सभी लोग अपने कर्तव्यों को समझें तो मेरा दावा है कि ब्लॉक क्या पूरा देश कुपोषण मुक्त हो जाएगा। आंगनवाड़ी प्रेमलता ने बताया कि 31 मई 2003 को मेरे पति का देहांत हो गया था उस समय मेरी बेटी मात्र 6 माह की थी। इस बीच मैंने अपना कार्य को कभी भी बंद नहीं किया। मेरी परेशानियां मेरे कर्तव्यों के प्रति कभी अड़चन नहीं बनी। प्रेमलता ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बनी तब काफी कठिनाइयां आईं, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। जब मैंने गांव के अंदर सर्वे किया था तो महिलाओं की संख्या पुरुषों से काफी कम थी बच्चों में 5 वर्ष तक के 70 लड़के 45 लड़कियां थी। मैंने जगह-जगह बैठक की महिला पुरुषों को समझाया कि यदि इस तरह बेटियों को नहीं होने देंगे तो आगे भविष्य में आपकी जो सोच है उससे आपका वंश भी नहीं चलेगा। 70 प्रतिशत लोगों के घर में अगर बेटी है तो उसे पढ़ने तो दूर घर से बाहर तक निकलने नहीं दिया जाता था। अधिकांश दुर्व्यवहार के कारण एनीमिया का शिकार हुआ करती थी। प्रेमलता ने बताया कि अब उनके गांव में 65 फीसदी लड़की और 45 फीसदी लड़के हैं। 6 वर्ष तक के बच्चों में उनके यहां 2 बच्चे लाल श्रेणी और 4 बच्चे पीली श्रेणी के थे, लेकिन अब यहां कोई भी बच्चा लाल श्रेणी में नहीं है।

अवैध पुष्टाहार से भरा ट्रक पकड़ा

बदायूं जनपद के बिसौली में चंदौसी रोड़ पर ट्रैक्टर एजेंसी की बिल्डिंग से अवैध रूप से एक गोदाम में रखे बाल पुष्टाहार के 399 कट्टे आधी रात को एसडीएम बिसौली ज्योति शर्मा ने छापा मारकर पकड़े। प्रशासन ने पूरे दिन मामले की जांच कराकर गोदाम को सील करा दिया। इस घटना के बाद डीएम ने जिले की सभी परियोजनाओं के गोदामों पर एसडीएम से छापामारी करायी और सभी 15 गोदामों को सील कर दिया। इधर, बिसौली में सीडीपीओ की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। वहीं बिल्डिंग स्वामी को बचा दिया है और हिरासत में लिये युवक को कोतवाल ने छोड़ दिया है। इस पर एसडीएम ने नाराजगी जतायी है।

मंगलवार की रात को करीब 12 बजे एसडीएम ज्योति शर्मा ने एमएफ हाईवे पर मदनजुड़ी गांव के समीप स्थित एक गोदाम पर छापा डाला। गोदाम में मौजूद कई लोग भाग निकले लेकिन पुलिस ने दौड़कर दिनेश कुमार को पकड़ लिया। उसने अपने आप को बाद में चौकीदार बताया है। एसडीएम ने गोदाम में रखे बाल पुष्टहार के 399 कट्टे बरामद कर लिये।

एसडीएम ने बताया कि बाजार में बिक्री के लिये पुष्टाहार की पैकेजिंग की जाती है। गोदाम नगर निवासी नजाकत खां का है जो एक ट्रैक्टर की एजेंसी का है। एसडीएम ने कट्टे खुलवाकर भी देखे। कट्टे बदलकर दलिया भरा गया था। छापामारी के दौरान आधा दर्जन लोग कट्टे भर रहे थे। सभी लोग भाग निकले। इधर जानकारी मिलते ही डीएम और सीडीओ ने सुबह को ही डीपीओ अदीश मिश्रा को भेज दिया। उन्होंने दिन भर जांच पड़ताल की। जिसके बाद गोदाम को सील कर दिया गया है। जांच के बाद साफ हो पायेगा कि अवैध पुष्टाहार किसका है। बाल विकास विभाग ने दावा किया है कि पुष्टहार स्थानीय नहीं है। किसी दूसरे जिले का हो सकता है। मगर स्थानीय लोगों में चर्चा है कि पुष्टाहार बिसौली का हो सकता है।

एसडीएम बिसौली ज्योति शर्मा ने बताया कि सूचना पर छापामीरी कर पुष्टहार पकड़ा था। एक युवक हिरासत में लेकर कोतवाल को दिया है। यह लोग पुष्टाहार के पैकेट खोलकर अलग पैकेट कालाबाजारी को तैयार कर रहे थे। पैकिंग करने वाले लोग भागने में सफल रहे। सीडीपीओ से अज्ञात व ट्रैक्टर एजेंसी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल सील कर दिया है और डीपीओ और सीडीपीओ को कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी अदीश मिश्रा का कहना है कि डीएम-सीडीओ के आदेश पर जाकर जांच पड़ताल की है। जो 399 कट्टे दलिया बरामद हुआ है मगर उसे अभी यह साफ नहीं कर पाये हैं कि जिले का है या बाहर का है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। सीडीपीओ की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ है, जिस ट्रैक्टर एजेंसी संचालक के यहां से माल मिला है उसे भी केस में शामिल कर लिया है। इसके बाद डीएम दीपा रंजन, सीडीओ ऋषिराज ने जिले भर के सभी परियोजना पर एसडीएम से छापामारी कराई और 15 गोदामों पर पर ताले लगवा दिये। डीएम ने सबंधित एसडीएम और डीपीओ से एक दिन में जांच करने को कहा है।

कुपोषित बच्चो को सुपोषित बनाने की तैयारी

इटावा में कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए सभी संभव उपाय किए जाएंगे। अति कुपोषित बच्चों को तथा कुपोषित बच्चों को कुपोषण की श्रेणी से बाहर निकालने की व्यवस्था की गई है । लाल श्रेणी के बच्चों को पीली श्रेणी में तथा पीली श्रेणी के बच्चों को हरी श्रेणी में लाने के लिए एक्शन प्लान बनवाया जा रहा है ।

जिले में 1090 बच्चे ऐसे हैं जो अति कुपोषित हैं और लाल श्रेणी में रखे गए हैं । इन बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी । इसके लिए उन्हें दवाएं और पोषाहार समय से उपलब्ध कराया जाएगा। इस संबंध में जिला स्तरीय पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने कहा कि कुपोषित बच्चों को दवा व पोषाहार समय से उपलब्ध कराई जाए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तैनात कर्मचारी इस बात का ध्यान रखें कि कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बाहर निकालना है । मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय , सीएमओ भगवान दास उप जिलाधिकारी सदर राजेश कुमार वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रशांत रहे।

आंगनवाडी वर्करो की होगी लखनऊ से निगरानी

फर्रुखाबाद  जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने कहा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों की मानीटरिंग सीधे लखनऊ से की जाएगी। मोबाइल मिलने के बाद कार्यकत्रियो का काम आसान हो गया है।लेकिन इसका उपयोग सोशल मीडिया पर नहीं होगा। इसके साथ ही विभागीय काम काज में मोबाइल का उपयोग संभव है।आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो को जो मोबाइल उपलब्ध कराए गए हैं उससे अब उन्हें काम काज से नजरें फेरना आसान नहीं होगा। आंगनबाड़ी केंद्रों की मानीटरिंग सीधे लखनऊ से होगी। जो जीपीएस सिस्टम अपलोड किया गया है उसमें पता लग सकेगा कि आंगनवाडी कार्यकत्रियो की लोकेशन क्या है।

अवगत हो कि कार्यकत्रियो को मिले मोबाइल में व्हाट्सएप नहीं है। जबकि विभागीय काम काज निपटाने को पोषण ट्रैकर दिए गए हैं। ऐसे में कार्यकत्रियो मोबाइल का निजी उपयोग नहीं कर सकेंगी। विभागीय स्तर पर मोबाइल मिलने से कार्यकत्रियो बेहद खुश दिख रही थीं। जब उन्हे मोबाइल सिस्टम के बारे में पता लगा तो उनके चेहरों पर खुशियां गायब हो गई। जिले में एक दो परियोजनाओं को छोड़कर शेष परियाजनाओं की कार्यकत्रियो को शासन स्तर पर मिले मोबाइल उपलब्ध करा दिए गए हैं। जब कार्यकत्रियो को मोबाइल नहीं मिले थे तब इसकी जोरदारी से डिमांड की जा रही थी। मोबाइल मिलने के बाद जब उसकी एप्लीकेशन देखी गई तो कार्यकत्रियो हैरान रह गईं। जो कार्यकत्रियो केंद्रों के संचालन में लापरवाही बरतती थीं या फिर दूसरे स्थानों पर रहकर कागजों पर केंद्रों का संचालन कर रही थीं उनके चेहरों की भी हवाइयां उड़ गई हैं। कार्यकत्रियो को उपलब्ध कराए गए मोबाइल का प्रयोग निजी रूप में नहीं हो सकेगा। सिर्फ विभागीय काम काज को निपटाने में ही इसका प्रयोग होगा। मोबाइल दुरुपयोग की संभावना नहीं है।

जिले में 2500 आवेदकों ने नहीं जमा की हार्ड कापी

आंगनबाड़ी भर्ती की प्रक्रिया में आवेदकों की ओर से हार्ड कापी जमा न करने से आगे कार्रवाई नहीं बढ़ पा रही है। दो बार डेट बढ़ाने के बाद भी आवेदकों की ओर से हार्ड कापी कार्यालय में जमा नहीं की जा सकी है। 6100 आवेदकों ने कार्यकत्री और सहायिकाओं के लिए आवेदन किए थे। इसमें दो चक्रों में 3500 आवेदकों की ओर से हार्ड कापी कार्यालय में जमा करायी गयी है। शत प्रतिशत हार्ड कापी जमा न होने की स्थिति में भर्ती की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।

अब हर रोज खुलेंगे आंगनवाडी केंद्र

फिरोजाबाद  आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुरुवार से सातों दिन बच्चों का शोर सुनाई देना शुरू हो गया है बीते लॉकडाउन से इन केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। शासन के नए निर्देश पर डीपीओ ने सभी केंद्रों को खोलने के आदेश दिए हैं। कोरोना के चलते लॉकडाउन में आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद हो गए थे। गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पुष्टाहार वितरण किया जा रहा था। पिछले कुछ वक्त से सोमवार व गुरुवार को बच्चों को भी बुलाया जा रहा था। सप्ताह के बाकी दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटका रहता था या फिर आंगनबाड़ी अकेले बैठती थी। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का सहयोग टीकाकरण में भी लिया जा रहा था। लेकिन अब आंगनबाड़ी केंद्र रोज खुलेंगे। इसके लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी पूर्व की भांति केंद्रों को ’सातों दिन खोलें। सभी सीडीपीओ को आदेश दिए हैं कि निर्देशों का पालन कराया जाए। जो केंद्र खुले नहीं मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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