अन्य राज्य

उत्तराखंड में आंगनवाड़ी का धरना स्थगित, बर्खास्त सभी वर्कर बहाल होंगी

 उत्तराखंड में पिछले दो माह  चल रहा आंगनवाड़ी वर्करों का धरना स्थगित हो गया है प्रदेश अध्यक्ष ने शर्तो के आधार पर मुख्यमंत्री प्रतिनिधि  के रूप में भेजे मेयर  सुनील  उनियाल गामा व भाजपा  महानगर अध्यक्ष से वार्ता करते हुए  धरना स्थगित करने का एलान किया है

  •  उत्तराखंड : शासन द्वारा मिले निमंत्रण पर आंगनवाड़ी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने मुख्यमंत्री प्रतिनिधि गामा और बीजपी महानगर अध्यक्ष से दोपहर 2 बजे  लगभग आधा घंटे वार्ता की जिसमे गामा ने आश्वासन दिया सरकार ने आंगनवाड़ी समस्याओं को लेकर कमेटी बना रही है जिसकी रिपोर्ट 10 मार्च तक आ जायेगी  रिपोर्ट के आधार पर आंगनवाड़ी की मांगो  पर उचित निर्णय लिया जाएगा और इसकी पुष्टि करने के लिए उन्होंने रेखा नेगी के सामने ही उन्होंने विभागीय निदेशालय की निदेशक झरना कमठान से फोन पर बात की


रेखा नेगी ने बर्खास्त आंगनवाड़ी की बहाली व 60 दिनों के धरने के समय का मानदेय न काटने की शर्त पर धरना स्थगित करने का निर्णय लिया धरने के समय का पूर्ण मानदेय दिया जाएगा व बर्खास्त आंगनवाड़ी की पुनः बहाली की जाएगी

मिनी कर्मचारी संगठन की महामंत्री सुमति ने कहा है कि धरना सिर्फ स्थगित किया जा रहा है अगर 10 मार्च तक अगर निर्णय आंगनवाड़ी के पक्ष में नही होता है तो धरने को पुनः आरंभ किया जाएगा जो इससे भी बड़ा विकराल रूप में होगा इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन की होगी

इससे पहले मेयर गामा व बीजपी अध्यक्ष द्वारा आंगनवाड़ी नेताओ के बीच वार्ता हुई जिसमें मेयर ने कहा कि अगर आंगनवाड़ी आज ही धरना स्थगित करती है तो वो धरना स्थल पर आने के लिए तैयार है जिसमे आंगनवाड़ी नेताओ ने आंगनवाड़ी वर्करों की समस्याओं को सुनने की भी अपील की धरना स्थल पर पहुँच कर मुख्यमंत्री प्रतिनिधि ने भूख हड़ताल पर बैठी दो आंगनवाड़ी सुरजी नेगी व रज्जू बुटोला को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया

धरना स्थगित करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने प्रतिनिधियों से लिखित आश्वासन के लिए भी कहा लेकिन इस पर सहमति नही बनी गामा ने कहा कि इसके लिए  विभागीय अधिकारियों की तरफ से कोई निर्देश नही है लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगर सरकार आपकी मांगो पर कोई निर्णय नही लेती है तो वो स्वयं आपके बीच ही रहते हुए समर्थन करेंगे  अगर आपकी मांगो के विपरीत सरकार कोई कदम नही उठाती है तो वह स्वयं आपके बीच सदैव तैयार रहेंगे और गामा ने कहा कि आप चाहे तो मेरे बयान की मोबाइल रेकॉर्डिंग करके रख सकते है  इस  पर सभी आंगनवाड़ी धरने को स्थगित करने के लिए तैयार हो गई

गौरतलब है कि 7 दिसंबर से परेड ग्राउंड पर बैठी आंगनवाड़ी वर्करों ने 10 दिसंबर से बेमियादी धरना शुरू कर दिया था और उसके बाद आंगनवाड़ी ने सचिवालय व मुख्यमंत्री आवास कूच भी किया था इसके बाद प्रशासन ने सख्ती करते हुए सेवा समाप्ति के नोटिस जारी करने शुरू कर दिए विभाग ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चो व गर्भवती महिलाओं को आधार बनाते हुए सख्त तेवर दिखाए और चार सौ से ज्यादा आंगनवाड़ी वर्करों की सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया और बर्खास्त आंगनवाड़ी वर्करों की सूची जारी कर दी गई लेकिन प्रशासन आंगनवाड़ी धरने पर बैठी वर्करों की हिम्मत नही तोड़ सका प्रशासन के इस रवैये से आंगनवाड़ी और भी आक्रामक हो गई और उन्होंने भूख हड़ताल शुरू कर दी   बदले की कार्यवाही करते हुए प्रशासन आंगनवाड़ी को जबर्दस्ती हॉस्पिटल पहुँचाने लगा धरने पर बैठी आंगनवाड़ी वर्करों ने हिम्मत नही हारी दिसंबर और जनवरी जैसे कड़ाके की सर्दी में रात भर धरने पर बैठना आसान नही था सरकार ने सोचा कि दो चार दिन धरने करने के बाद वापस हो जाएंगी लेकिन आंगनवाड़ी वर्करों का प्रदेश से देहरादून आने का सिलसिला लगातार जारी रहा
इसी बीच प्रदेश की कांग्रेस अनुसूचित इकाई व शिव सेना के समर्थन से धरने को और मजबूती मिली रविवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव   हरीश रावत की  मुख्यमंत्री तिरवेंद रावत से मुलाकात के बाद कल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आंगनवाड़ी वर्करों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता की है

सरकार द्वारा दिये गए 10 मार्च तक की समयावधि कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार क्या निर्णय लेगी? या सरकार सिर्फ आश्वासन ही देती रहेंगी इस पर उत्तराखंड प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्करों का बेसब्री से इंतजार रहेगा

अगली न्यूज़ को सबसे पहले पढ़ने के लिए आप बायीं और दिए गये घंटी के बटन पर क्लिक कर सकते ह   या आप हमें google पर सर्च कर सकते है


Aanganwadiuttarpradesh.com


Aanganwadi Uttarpradesh

आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश एक गैर सरकारी न्यूज वेबसाइट हैं जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों की गतिविधियों ,सेवाओ एवं निदेशालय द्वारा जारी आदेश की सूचना प्रदान करना है यह एक गैर सरकारी वेबसाइट है और आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश द्वारा डाली गई सूचना एवं न्यूज़ विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों पर निर्भर होती है वेबसाइट पर डाली गई सूचना के लिए कई लोगो द्वारा गठित टीम कार्य करती है

Related Articles

error: Content is protected !!